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सीधी-सीधी, भोली-भाली,
नीली-नीली आंखों वाली,
बड़ी अनोखी है मतवाली,
प्यारी-प्यारी राधा बिटिया।
हंसती जापानी गुडि़या-सी,
बातों में नानी बुढि़या-सी,
लगती जादू की पुडि़या-सी,
जग से न्यारी राधा बिटिया।
दादी मां के पास लेटती,
कभी किसी से नहीं ऐंठती,
पहले पढ़ती बाद लेटती,
राजदुलारी राधा बिटिया।
गुरुजनों को शीश नवाती,
सहेलियों पर जान लुटाती,
काम समय पर ही निपटाती,
आज्ञाकारी राधा बिटिया।
गीत सुनाए सदा प्यार का,
सबक सिखाए सद्व्यवहार का,
क्रोध बताए हो बेकार का,
सजी-संवारी राधा बिटिया।
घमंडीलाल अग्रसवाल
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