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एनआईए मालेगांव बम धमाकों के आरोपपत्र में एनआईए ने स्वामी असीमानंद को शामिल नहीं किया।अधिकारियों का कहना है- मालेगांव धमाकों में उनके खिलाफ साक्ष्य नहीं मालेगांव बम धमाकों की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंंसी (एनआईए) का मानना है कि धमाकों की साजिश में स्वामी असीमानंद की कोई भूमिका नहीं है। वर्ष 2006 में हुए इन बम धमाकों की जांच के बाद न्यायालय में दाखिल किए गए आरोप पत्र में एनआईए ने स्वामी असीमानंद का नाम शामिल नहीं किया है। सूत्रों के मुताबिक स्वामी असीमानंद को मालेगांव धमाकों के बारे में जानकारी नहीं थी। एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार मामले की जांच के शुरुआती दौर में स्वामी असीमानंद ने अपने बयानों में बताया था कि ह्यसुनील जोशी ने उनसे कहा था, धमाकों में उनके कुछ सहयोगियों का हाथ था। हालांकि उस समय उन्होंने (स्वामी असीमानंद) इस बात को हंस कर टाल दिया था।ह्ण वर्ष 2010 में राजस्थान पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते ने देवेंद्र गुप्ता नाम के एक आदमी को गिरफ्तार किया था। उसने पुलिस को जानकारी दी थी कि उसने अजमेर दरगाह पर धमाकों से पहले सिम कार्ड की व्यवस्था की थी, जिनका प्रयोग धमाकों के दौरान किया गया था। एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, ह्यस्वामी असीमानंद के खिलाफ अजमेर, दरगाह, मक्का मस्जिद और समझौता एक्सप्रेस धमाकों के बारे में साक्ष्य हैं, लेकिन मालेगांव धमाकों में उनके शामिल होने के बारे में एनआईए के पास साक्ष्य नहीं है?ह्ण
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