थोड़ा मुस्कुरा लो

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दिंनाक: 03 Aug 2013 15:55:40

 

v तेज बारिश हो रही थी। आसमान में कभी-कभी बिजली भी चमक रही थी। तभी सड़क पर चलते एक शराबी का पैर फिसल गया और वह गिर पड़ा। उसी समय आसमान में जोर से बिजली चमकी।

शराबी ने गुस्से में आसमान की ओर देखते हुए कहा- हे भगवान! पहले गिराते हो, फिर टार्च जलाकर देखते हो।

v  एक व्यक्ति का पुत्र पेड़ से अमरूद तोड़ते वक्त गिर गया। वह उसे डॉक्टर के पास ले गया कि कहीं हड्डी न टूटी हो।

डॉक्टर ने अच्छी तरह देखकर कहा, 'घबराने की कोई जरूरत नहीं है, हड्डी नहीं टूटी है।'

वह व्यक्ति अपने लड़के से बोला, 'आज के बाद अगर पेड़ पर चढ़ा तो तेरी हड्डी-पसली तोड़ दूंगा।'

v एक हवलदार हांफता हुआ पुलिस स्टेशन में दाखिल हुआ। उसे देखते ही इंस्पेक्टर साहब ने उससे पूछा, 'कहां है चोर?'

झेंपते हुए हवलदार बोला, 'सर वह तो अंधोरे का लाभ उठाकर भाग गया, लेकिन उसकी उंगलियों के निशान हैं मेरे पास।'

'कहां हैं उसकी उंगलियों के निशान?' इंस्पेक्टर साहब ने हवलदार को गुस्से में घूरकर देखते हुए पूछा।

'ये रहे सर…।' हवलदार ने अपने गाल की तरफ इशारा किया।

v स्कूल से आकर एक बच्चे ने अपने पिताजी से कहा- वर्ग में मैं प्रथम आया हूं।

पिताजी ने पूछा- तुम्हारे वर्ग में कितने बच्चे हैं? उसे कहा- मैं अकेला।

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