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लीपापोती से करो, चाहे जितना छल
लेकिन नकली दाल अब, नहीं सकेगी गल।
नहीं सकेगी गल, नहीं नीयत है अच्छी
पिंजरे में ही तोते की किस्मत है सच्ची।
हो 'प्रशांत' जिसके कब्जे में चाहे दिल्ली
कभी न बनने देंगे वे तोते को बिल्ली?
-प्रशांत
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लीपापोती से करो, चाहे जितना छल
लेकिन नकली दाल अब, नहीं सकेगी गल।
नहीं सकेगी गल, नहीं नीयत है अच्छी
पिंजरे में ही तोते की किस्मत है सच्ची।
हो 'प्रशांत' जिसके कब्जे में चाहे दिल्ली
कभी न बनने देंगे वे तोते को बिल्ली?
-प्रशांत
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