सम्पादकीय: खूंटे से बंधी आजादी
July 19, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

सम्पादकीय: खूंटे से बंधी आजादी

by
May 4, 2013, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 04 May 2013 14:23:46

कोयले का मुद्दा गरम है और सरकार का मुंह राख की तरह सफेद। आप लाख कहते रहें कि सीबीआई स्वायत्त है, मगर यह घोड़ा किस कोड़े से चलता है अब सबके सामने है। सामान्य सी बात–मुलाकात यह नहीं है। यह सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाने वाली, स्वतंत्र भारत के इतिहास के सबसे बड़े घोटालों में से एक की जांच रिपोर्ट तक दबे कदमों से पहुंचने और परिणामों को प्रभावित करने की कोशिश का खुलासा है। जब देश का सबसे बड़ा पुलिस अधिकारी, शीर्ष जांच एजेंसी का मुखिया कह देता है कि वह सरकार से 'बंधा है' तो स्वायत्तता के ढोंग को ढकने के लिए सरकारी बयानों के चिथड़े छोटे ही पड़ते हैं। वैसे, जांच करने वालों को भ्रष्टाचारियों द्वारा अर्दब में लेने की कहानियां सत्ता के गलियारों में दिलचस्पी से सुनी जाती रही हैं। सीबीआई के पूर्व निदेशक यू.एस.मिश्र ने भी पिछले वर्ष एक चैनल से कहा था कि कद्दावर नेताओं के खिलाफ जांच आसान नहीं होती और कुछ लोग दबाव बनाते हैं। कुछ लोगों को तब यह बात खटकी थी। दबाव कैसे बनता है और बात कितनी सच थी अब पूरा देश यह देख रहा है।

सीबीआई जांच का स्तर चाहे जो हो, कार्रवाई के समय का चयन तो संदिग्ध रहा ही है। मुलायम जरा सख्त हुए नहीं कि बेहिसाब संपत्ति मामले में सीबीआई की तेजी से तेवर ढीले। बहनजी ने पल्ला झटकने की कोशिश की तो ताज गलियारे का भूत। हाल–फिलहाल तमिल उत्पीड़न के मुद्दे पर द्रविड़ मुन्नेत्र कलगम ने आंख दिखाई तो अगले दिन करुणानिधि पुत्र स्टालिन सीबीआई राडार पर। क्या इस सरकार ने जांच एजेंसी को विरोधियों के लिए हौवा और अपने भ्रष्टाचार को ढकने का औजार बनाने की ठान ली है? क्या दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का चरित्र इतना गिर गया कि खरी बात, पारदर्शी व्यवस्था और उजले–काले का फर्क करने वाला तंत्र अब सहन नहीं होता?

2जी घोटाले की जांच के दौरान माननीय प्रधानमंत्री ने कहा था, 'सीजर की पत्नी को संदेह से परे होना ही चाहिए…' न्यायालय में पेश किए जाने से पूर्व रिपोर्ट में फेरबदल संदेह नहीं सवाल उठाने वाली घटना है। रिपोर्ट में काटा–पीटी, हेर–फेर जो भी हुआ, हलफनामे में बदलाव की बात ही गोल कर दी गई! मंत्री जी किस नियम के तहत यह सब कर रहे थे? व्यवस्था के पहरुए ही किले में सेंध लगा रहे हैं, ऐसा संदेह अंतत: लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए ही घातक है।

असल में जांच एजेंसी की स्वायत्तता और जबावदेही दो जुड़ी हुई बातें हैं और यहां दोनों ही गड्ड-मड्ड हैं। यह भ्रम जब भी रचा गया, इसे दूर करना अब जरूरी है। सीबीआई की लगाम सरकार थामे, नहीं चलेगा। साथ ही यह भी नहीं चलेगा कि सीबीआई आजादी की आड़ में किसी के प्रति जवाबदेह ना रहे। जांच एजेंसी को विरोधियों की बांह मरोड़ने वाले भूत की भूमिका से बाहर निकालकर संसद के प्रति जवाबदेह बनाना होगा। साथ ही चौकीदार को चोर की कृपा-छाया से भी बाहर निकालना होगा। इस चौकीदार का दर्द दोहरा है। संभवत: सीबीआई की बेबसी और छटपटाहट इसके निदेशक रंजीत सिन्हा के एक वाक्य में सिमट आई है, 'यदि अदालत आदेश दे तो हम जांच के दस्तावेज प्रधानमंत्री सहित किसी को भी नहीं दिखाएंगे।' इन शब्दों में सिर्फ न्यायालय के सामने दी गई सफाई है या सरकारी पंजे से मुक्त कराने की गुहार, इसका निर्णय पाठकों पर।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Germany deported 81 Afghan

जर्मनी की तालिबान के साथ निर्वासन डील: 81 अफगान काबुल भेजे गए

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Germany deported 81 Afghan

जर्मनी की तालिबान के साथ निर्वासन डील: 81 अफगान काबुल भेजे गए

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

Pahalgam terror attack

घुसपैठियों पर जारी रहेगी कार्रवाई, बंगाल में गरजे PM मोदी, बोले- TMC सरकार में अस्पताल तक महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं

अमृतसर में BSF ने पकड़े 6 पाकिस्तानी ड्रोन, 2.34 किलो हेरोइन बरामद

भारतीय वैज्ञानिकों की सफलता : पश्चिमी घाट में लाइकेन की नई प्रजाति ‘Allographa effusosoredica’ की खोज

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies