बोस्टन में अमरीका पर जिहादी चोट
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दो बम धमाकों में 3 की मौत, 175 घायल
अमरीका यकायक सहम गया। न्यूयार्क में वर्ल्ड ट्रेड सेन्टर पर 11 सितम्बर, 2001 को हुए जिहादी हमले के बाद देश को किसी भी तरह के आतंकवादी हमलों से पूरी तरह सुरक्षित रखने के चाक-चौबंद इंतजामों की बदौलत 12 साल तक जिहादी अमरीका पर वार नहीं कर पाए थे। लेकिन 15 अप्रैल, 2013 को आतंकियों ने मैराथन दौड़ के दौरान भीड़ भरी जगहों पर 2 बम धमाके करके अपने खतरनाक मंसूबे जाहिर कर दिए। अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का वचन दिया है। यहां प्रस्तुत है उसी हमले की चित्रमय झलक-
फेसबुक से
एमआईएम के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने बोस्टन धमाके पर 15 अप्रैल को अपने फेसबुक पेज पर लिखा– 'बोस्टन (अमरीका) में धमाका, कई मारे गए, घायल हुए।'
इस पर उनके 'फेसबुक फालोअर्स' ने खुशी व्यक्त करते हुए लिखा–
जुल्फिकार शेख
बहुत अच्छे
सईद मुसमर
अल्ला हु अकबर
गालिब अब्दुर्रहमान
अच्छी खबर है
क्या भारत सरकार ऐसी सोच रखने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई करेगी?
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