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राम की किरपा होये
नये वर्ष में पूर्ण हों, सबके बिगड़े काम
रहे सफलता दाहिने, और विपत्ति वाम।
और विपत्ति वाम, राम की किरपा होये
पेट भरे सबका, ना कोई भूखा सोये।
कह ‘|ɶÉÉÆiÉ’ भूकंप–बाढ़ सूखा–बीमारी
इनसे देश बचाओ, यह प्रार्थना हमारी।।
-प्रशांत
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राम की किरपा होये
नये वर्ष में पूर्ण हों, सबके बिगड़े काम
रहे सफलता दाहिने, और विपत्ति वाम।
और विपत्ति वाम, राम की किरपा होये
पेट भरे सबका, ना कोई भूखा सोये।
कह ‘|ɶÉÉÆiÉ’ भूकंप–बाढ़ सूखा–बीमारी
इनसे देश बचाओ, यह प्रार्थना हमारी।।
-प्रशांत
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