कितना मुन्ना, कितना भाई?
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

कितना मुन्ना, कितना भाई?

by
Mar 23, 2013, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

सम्पादकीय 1. कितना मुन्ना, कितना भाई? 2.छोड़ा तो छापे

दिंनाक: 23 Mar 2013 14:18:55

देश की आर्थिक राजधानी पर हमले के षड्‌यंत्र में साझीदारों को भी रियायत! बीस साल तक दिग्गज अधिवक्ताओं के जरिए दलीलें रखने का मौका! संजू, भाग्यशाली हो तुम…कि तुम भारत में हो।

इस एक फैसले ने मुन्नाभाई के दो रूप, बॉलीवुड और मुम्बई का फर्क सब हमारे सामने रख दिया है।

कोतवाली से शुरू होने वाली जांच किन–किन सीढ़ियों से चढ़कर सबसे बड़ी कचहरी तक पहुंचती है हम जानते हैं। हमें पता है कि इस मामले में पड़ोसी देश की भूमिका को देखने–परखने के बाद शीर्ष न्यायपीठ बुरी तरह क्षुब्ध है। मगर गनीमत मानो इस व्यवस्था की कि तमतमाए चेहरों का गुस्सा फैसलों में नहीं उतरा। फैसला बीस साल बाद आया लेकिन कुछ लोग अब भी मुंह बिसूर रहे हैं। उन्हें लग रहा है कि संजय दत्त को बहुत सख्त सजा मिली है। सवाल 'खलनायक' के उन्हीं पैरोकारों से है।

ढाई सौ से ज्यादा घरों के दीपक जिस एक भभके में बुझ गए, सात सौ से ज्यादा लोगों को जिस थरर्ाहट ने लहूलुहान कर दिया, हजारों परिवारों के सपनों के चिथड़े उड़ा देने वाले उन धमाकों के तार बॉलीवुड नायक के बंगले तक नहीं बिछे थे?

इसे सिर्फ बगैर लाइसेंस हथियार रखना मत कहिए, संजू के पास कोई छोटा–मोटा तमंचा नहीं मिला था, उन्होंने दाऊद के गुर्गों से तीन–तीन स्वचालित एके 56 लीं थीं। मुम्बई को दहलाने वाला विस्फोटक उनके घर में छुपाया गया था। किसी आम आदमी ने यह भूमिका निभाई होती तो क्या किसी तरह की नरमी की उम्मीद थी? क्या इतने के बाद भी टाडा से छूट जाना छोटी बात है?

एक ओर पीड़ित परिवार फैसले में वह पंक्तियां तलाश रहे हैं जो दो दशक से सुलगते आक्रोश को कुछ ठंडा करें। दूसरी तरफ 'स्टार' के लिए रुंधे गले…दो छोटे-छोटे बच्चे हैं, बॉलीवुड के सैकड़ों करोड़ रुपए दांव पर लगे हैं।…इन बातों की बेशर्म जुगाली अब बंद। सैकड़ों बच्चों के सिर से पिता का साया हट गया, हजारों परिवारों का भविष्य दांव पर लग गया इसके बावजूद 'भाई' को 'मुन्ना' कहने वाले लोग देश को बर्दाश्त नहीं होते। मैं विधिवेत्ता नहीं हूं कि बता सकूं इस निर्णय में न्याय कितना है…लेकिन संजू इतना तो दिख ही रहा है कि तुम सस्ते में छूट गए।

छोड़ा तो छापे

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार में श्रीलंकाई गृह युद्ध के दौरान मानवाधिकार हनन से जुड़ा अमरीकी प्रस्ताव। मौका संवेदनशील था। तमिल उत्पीड़न के मुद्दे पर द्रविड मुन्नेत्र कलगम ने दांव खेला मगर सितारों की उलटी चाल….या कुछ और। हड़कंप उसी खेमे में है जहां से ताल ठोकी गई थी। पार्टी के शीर्ष पुरुष, करुणानिधि के पुत्र एम.के. स्टालिन के ठिकानों पर अगले ही दिन सीबीआई का छापा सवाल पैदा करने वाली घटना है। कल का साथी अगले ही दागी कैसे? देश के मानस में यह सवाल घुमड़ रहा है। प्रधानमंत्री बता रहे हैं कि 'इन छापों में सरकार की कोई भूमिका नहीं है'। वैसे, मायावती का ताज गलियारे से जुड़ा मसला हो या मुलायम सिंह की आय से अधिक संपत्ति का सवाल, यूपीए राज में गठबंधन सहयोगियों की रूठने–मनाने और सीबीआई की सक्रियता में संदिग्ध संबंध दिखता तो सबको है। हो सकता है कि अगली लोकसभा के लिए राजनीतिक पालेबंदी के वक्त छोटे राजनीतिक दल बांह मरोड़ने वाले हाथ के मुद्दे पर भी गुणा–भाग करें।

जगजीत सिंह की गूंजती आवाज में संबंधों का सार सुना था।

'हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते'

संयोग है या कुछ और, डा. मनमोहन सिंह के राज में सीबीआई ने सहयोगी दल के नेताओं के लिए नई तरह की परिभाषा गढ़ दी है।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वालों 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

­जमालुद्दीन ऊर्फ मौलाना छांगुर जैसी ‘जिहादी’ मानसिकता राष्ट्र के लिए खतरनाक

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वालों 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

­जमालुद्दीन ऊर्फ मौलाना छांगुर जैसी ‘जिहादी’ मानसिकता राष्ट्र के लिए खतरनाक

“एक आंदोलन जो छात्र नहीं, राष्ट्र निर्माण करता है”

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies