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स्वदेशी जागरण मंच, जमशेदपुर (झारखण्ड) द्वारा गत 13 फरवरी को झारखण्ड में राज्य प्रशासन का पुतला दहन किया गया। पुतला दहन का कार्यक्रम सच्चर कमेटी की सिफारिश पर राज्य प्रशासन द्वारा आदेश जारी करने के विरुद्ध किया गया। सच्चर कमेटी की सिफारिश मुस्लिम बहुल इलाकों में मुस्लिम पदाधिकारी और कर्मचारी नियुक्त करने के संबंध में है।
पुतला दहन करने के बाद स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने कहा कि राज्य प्रशासन का यह फैसला देश को मत-पंथ के आधार पर बांटने जैसा है। राज्य प्रशासन ने जो निर्देश दिए हैं उसके अंतर्गत मुस्लिम बहुल इलाकों में मुस्लिम पुलिसकर्मी तैनात करने, स्वास्थ केन्द्रों में मुस्लिम कर्मचारियों की पदस्थापना और राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ मिशन के तहत किए जाने वाले प्रचार-प्रसार में उर्दू में पर्चे छपवाने इत्यादि है। इसके खिलाफ राज्य प्रशासन का पुतला दहन किया गया है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि देश में जाति, मत-पंथ और भाषा के नाम पर नागरिक सुविधाओं का निर्णय नहीं होना चाहिए। आज मत-पंथ के नाम पर यह व्यवस्थाएं दी जा रही हैं, कल जाति के नाम पर दी जाएंगी। इस तरह के निर्णय से देश की एकता और अखंडता बनाए रखने में समस्या उत्पन्न हो जाएगी।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि स्वदेशी जागरण मंच इस विरोध के माध्यम से राज्य के राज्यपाल और प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराना चाहता है कि इस तरह का निर्णय जो राज्य के साथ-साथ देश को बांटने वाला साबित होगा, उसे अविलम्ब वापस लिया जाए तथा राज्य में सच्चर कमेटी की सिफारिश लागू न की जाए। इस अवसर पर प्रमुख रूप से मंच के पूर्वोत्तर संघर्ष वाहिनी प्रमुख श्री बंदेशंकर सिंह, अभाविप के राष्ट्रीय जनजातीय छात्र प्रमुख श्री प्रफुल्ल भाई सहित बड़ी संख्या में मंच और परिषद के कार्यकर्ता उपस्थित थे। प्रतिनिधि
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