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विविध
उज्जैन में 26वीं डा. हेडगेवार स्मृति व्याख्यानमाला
देश–समाज से जुड़े मुद्दों पर चर्चा
डा. हेडगेवार जन्मशताब्दी स्मृति सेवा न्यास के तत्वावधान में गत दिनों मध्य प्रदेश के उज्जैन में 26वीं डा. हेडगेवार स्मृति व्याख्यानमाला सम्पन्न हुई। तीन दिन तक चली व्याख्यानमाला में देश तथा समाज से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर खुलकर चर्चा हुई।
व्याख्यानमाला के समापन सत्र में 'जम्मू-कश्मीर तथ्य, समस्या और समाधान' विषय पर संबोधित करते हुए रा.स्व.संघ के अ.भा. सह सम्पर्क प्रमुख श्री अरुण कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का अपना अलग महत्व है। इस राज्य का देश में आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व प्राचीन काल से रहा है, इसलिए हर देशवासी का इस प्रदेश से लगाव है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर कोई समस्या नहीं है, बल्कि यह दिल्ली द्वारा बनाई गई समस्या है।
श्री अरुण कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर भाषा, संस्कृति और मत-पंथों में बंटा हुआ राज्य है। तीन क्षेत्र- जम्मू, कश्मीर और लद्दाख की अलग-अलग पहचान है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर गलत जानकारी से समस्या बना हुआ है। लद्दाख में 62 प्रतिशत बौद्ध, जम्मू में 72 प्रतिशत हिन्दू और सबसे छोटा कश्मीर मुस्लिम बहुल है। अलगाववादी प्रदर्शन कभी लद्दाख और जम्मू में नहीं हुए। तीन बातों- जम्मू-कश्मीर अलगाववादी नहीं है, जम्मू-कश्मीर समस्या नहीं है और जम्मू कश्मीर को स्वायत्तता नहीं दी गई है, को समझने की जरूरत है।
व्याख्यानमाला के एक अन्य सत्र में 'वर्तमान परिदृश्य में गीता की प्रासंगिकता' विषय पर बोलते हुए प्रसिद्ध चिंतक प्रो. अजहर हाशमी ने कहा कि गीता स्वधर्म के पालन का संदेश देती है। गीता संस्कारों का सृजन है। ज्ञान गीता का मस्तिष्क, भक्ति हृदय और कर्म आत्मा है।
उद्घाटन सत्र में 'मैं हूं स्वयं अपने भाग्य का निर्माता' विषय पर बोलते हुए श्री श्रमणी ऋजु प्रजाज्ञी ने कहा कि पुरुषार्थ से भाग्य बनाया जा सकता है। n |ÉÊiÉÊxÉÊvÉ
'भारत की खुशहाली, सुरक्षा एवं विश्वशांति में सर्वपंथ समन्वय का महत्व' पर संगोष्ठी
तेजी से बहे समरसता और समन्वय की धारा
–इन्द्रेश कुमार, सदस्य, अ.भा.कार्यकारी मंडल, रा.स्व.संघ
धर्म संस्कृति संगम, काशी के तत्वावधान में गत 15 अप्रैल को वाराणसी में 'भारत की खुशहाली, सुरक्षा एवं विश्वशांति में सर्वपंथ समन्वय का महत्व' विषयक संगोष्ठी सम्पन्न हुई।
संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रा.स्व.संघ के अ.भा.कार्यकारी मंडल के सदस्य श्री इन्द्रेश कुमार ने कहा कि धर्म समाज को जोड़ता है। रक्त का धर्म है मानवता और मानव को जीवन देना। नफरत और घृणा के लिए मन में स्थान नहीं है। अहिंसा, अक्रोध, सत्य, मैत्री, करुणा, प्रेम, स्वतंत्रता, सम्मान, सुरक्षा, रोटी, पर्यावरण से ही समरसता एवं खुशहाली आएगी। चिन्तन में यदि घृणा आ जाएगी तो सत्य के निकट नहीं जाने देगी। भाषा, जाति, पंथ, दल, क्षेत्र आदि से ऊपर उठकर मां गंगा की अविरलता एवं निर्मलता के लिए कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, आतंकवाद, मतान्तरण, प्रदूषण, छुआछूत, बेरोजगारी, अशिक्षा एवं असुरक्षा से समाज कमजोर हो रहा है। अपने मूल पर गौरव का भाव रखते हुए बाकी लोगों का सम्मान करना चाहिए। समरसता और समन्वय की धारा तेजी के साथ बहनी चाहिए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मश्री प्रो. गेशे नवांग सामतेन (कुलपति, केन्द्रीय तिब्बती अध्ययन विश्वविद्यालय, सारनाथ) ने कहा कि भारत में प्राचीन काल से संवाद की विकसित परम्परा रही है। आध्यात्मिक, शैक्षणिक एवं दार्शनिक दृष्टि से देखा जाए तो सभी मत-पंथ के लोग आपस में संवाद करते रहे हैं। भारत के लोग हमेशा सहिष्णु रहे हैं। काशी प्राचीन काल से सांस्कृतिक राजधानी रही है। यहां के विचार सारे विश्व को आलोकित करते हैं। सर्वपंथ समन्वय अनिवार्य किया जाए।
संगोष्ठी को मुफ्ती अब्दुल वातिन नोमानी (मुफ्ती-ए-शहर बनारस खतीब व इमाम शाही मस्जिद ज्ञानवापी), पादरी आनन्द (आई.एम.एस. निदेशक, विश्व ज्योतिजनसंचार केन्द्र, वाराणसी), डा. कपिलदेव शास्त्री (उप आचार्य, श्री कबीर भगवद् आश्रम, छितूपुर, वाराणसी), प्रो. रमेश चन्द्र नेगी (आचार्य, केन्द्रीय तिब्बती अध्ययन विश्वविद्यालय, सारनाथ, वाराणसी) आदि ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम का संचालन धर्म संस्कृति संगम, काशी के मंत्री डा. शुकदेव त्रिपाठी एवं धन्यवाद ज्ञापन डा. माधवी तिवारी ने किया। n|ÉÊiÉÊxÉÊvÉ
ह्यूमन राइट्स डिफेंस (इंडिया) की पाकिस्तान उच्चायोग से अपील
हिन्दू सदस्यों वाला न्यायिक आयोग गठित हो
भारत के सामाजिक संगठन ह्यूमन राइट्स डिफेंस (इंडिया) ने पाकिस्तान उच्चायोग से पाकिस्तान में हिन्दू सदस्य और उनके प्रतिनिधि वाला न्यायिक आयोग गठित करने की अपील की है। संगठन ने यह अपील रिंकल कुमारी अपहरण मामले की जांच तथा पाकिस्तान में हो रहे हिन्दुओं के जबरन मतांतरण के मद्देनजर की है।
गत दिनों ह्यूमन राइट्स डिफेंस (इंडिया) की ओर से पाकिस्तान उच्चायोग के नाम जारी पत्र में कहा गया है कि पाकिस्तान में अपहरण, हत्या तथा हिन्दुओं के जबरन मतांतरण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पाकिस्तान के मीरपुर की हिन्दू लड़की रिंकल कुमारी के अपहरण तथा मतांतरण का जिक्र करते हुए कहा गया है कि इस तरह की घटनाओं की संस्था कड़ी निंदा करती है।
पत्र में कहा गया है कि कानून की धारा 36 पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को बिना डर और भय के रहने की अनुमति देती है, परन्तु वहां हिन्दुओं का जबरन मतांतरण लगातार जारी है। इस बात की पुष्टि के लिए संस्था ने पाकिस्तान के पूर्व केन्द्रीय मंत्री अमर लाल के उस बयान का उल्लेख किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि पिछले 9 साल में 2700 हिन्दू लड़कियां इस्लाम में मतांतरित हो चुकी हैं। इसी तरह पिछले कुछ महीनों में ही 47 लड़के जबरन मतांतरित कर दिए गए हैं। इस सबके मद्देनजर संस्था ने पाकिस्तान उच्चायोग से मांग की है कि पाकिस्तान में ऐसे न्यायिक आयोग का गठन किया जाए जिसमें हिन्दू सदस्य तथा पाकिस्तान के मानवाधिकार संगठन के प्रतिनिधि हों, जिससे हिन्दुओं से जुड़े मामलों की ठीक प्रकार से जांच हो सके और उन्हें न्याय मिले। n|ÉÊiÉÊxÉÊvÉ
जन सामान्य को जागरूक करता
भारतीय नववर्ष एवं वैसाखी मेला
भारत विकास परिषद की साहिबाबाद (गाजियाबाद, उ.प्र.) इकाई द्वारा गत दिनों राजेन्द्र नगर में तीन दिवसीय 'भारतीय नववर्ष एवं वैसाखी मेला' आयोजित किया गया। 13-15 अप्रैल तक चले मेले में बड़ी संख्या में लोगों का आगमन हुआ।
जन सामान्य में भारतीय नववर्ष के प्रति जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से पिछले 12 साल से लगातार लगाए जा रहे मेले का उद्घाटन 13 अप्रैल को भारत विकास परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष श्री आर.पी.शर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर उनके साथ निवर्तमान कार्यकारी अध्यक्ष श्री ईश्वर दत्त ओझा भी उपस्थित थे।
मेले में स्थानीय विद्यालय के बच्चों ने विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इनके अलावा रंगमंच के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रमों ने मेले में आए लोगों का मन मोह लिया। n |ÉÊiÉÊxÉÊvÉ
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