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संप्रग सरकार विघटनकारी राजनीति को बढ़ावा दे रही है-राजनाथ सिंह, अध्यक्ष, भाजपामुस्लिम नेता श्रीराम मंदिर निर्माण में सहयोग देंगत 28-29 जुलाई को नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक आयोजित हुई। बैठक का उद्घाटन भाजपा अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह ने किया। उद्घाटन सत्र में अल्पसंख्यक मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद सैयद शाहनवाज हुसैन, राज्यसभा की पूर्व उपसभापति श्रीमती नजमा हेपतुल्ला, भाजपा उपाध्यक्ष श्री मुख्तार अब्बास नकवी एवं मोर्चे के सभी पदाधिकारी उपस्थित थे।बैठक को सम्बोधित करते हुए श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि संप्रग सरकार अल्पसंख्यकों की वास्तविक हितैषी नहीं है। यह सरकार केवल राजनीतिक हित के लिए गरीब अल्पसंख्यकों की आड़ में विघटनकारी राजनीति को बढ़ावा दे रही है। संप्रग सरकार की दृष्टि में अल्पसंख्यक वर्ग, विशेषकर मुसलमान एक वोट बैंक मात्र हैं। श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता के पश्चात् गत 60 वर्षों में से 54 वर्ष तक तथाकथित सेकुलर दल ही शासन में रहे हैं। अकेले कांग्रेस ने 45 साल तक शासन किया है। फिर भी ये दल कह रहे हैं कि मुसलमानों की स्थिति दयनीय है। इसी से स्पष्ट हो जाता है कि मुसलमानों के पिछड़ेपन के लिए कौन असली जिम्मेदार है। श्री राजनाथ सिंह ने मुस्लिम समुदाय के मजहबी नेताओं से आग्रह किया कि वे अयोध्या में श्रीराम मन्दिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने की पहल करें। ऐसा करके वे न केवल एक प्रमुख राष्ट्रीय मुद्दे का समाधान कर सकते हैं, बलिक भावी पीढ़ियों के लिए साम्प्रदायिक सौमनस्य का एक इतिहास भी निर्मित करेंगे। सैयद शाहनवाज हुसैन ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि भारत की राजनीति में अल्पसंख्यक दोराहे पर खड़े हैं। एक ओर अपने आपको सेकुलर कहने वाली कांग्रेस और उसके सहयोगी दल हैं, तो दूसरी ओर भाजपा और उसके सहयोगी हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा 15 सूत्रीय कार्यक्रम के नाम पर अल्पसंख्यकों को वर्षों से खुशहाली का सपना दिखाया जा रहा है। किन्तु इसके अन्तर्गत जो कदम उठाने चाहिए थे वे नहीं उठाए गए। सब कुछ फाइलों में ही दबा रहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों से भाजपा का भय दिखाकर वोट मांगा है, किसी सेवा के आधार पर नहीं। श्री हुसैन ने कहा कि देश के अल्पसंख्यकों को एक ऐसी पार्टी की जरुरत है जो उन्हें इंसाफ और बराबरी दे सके। और भाजपा ने अपनी नीतियों के आधार पर यह करके दिखाया है।29 जुलाई को आयोजित समापन समारोह की मुख्य वक्ता पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज थीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सपा, वाम दल, बसपा जैसे दलों ने झूठा प्रचार कर मुसलमानों के बीच भय खड़ा किया। उनके लिए काम कुछ नहीं केवल घोषणाएं की गईं। उन्होंने मुस्लिमों का आह्वान किया कि वे भाजपा पर विश्वास करें क्योंकि उनकी भलाई के लिए ठोस कदम भाजपा ही उठा सकती है। बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर मोर्चे ने संप्रग सरकार से वक्फ की सम्पत्ति के मामले पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है। प्रतिनिधि30
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