देशभर में आयोजित संघ शिक्षा वर्गों पर एक नजर
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देशभर में आयोजित संघ शिक्षा वर्गों पर एक नजर

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Aug 7, 2007, 12:00 am IST
in Archive
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दिंनाक: 07 Aug 2007 00:00:00

वष कुल स्थान ल प्रशिक्षणाथीप्रथम वर्ष 51(हि.प्र. में आयोजित होना शेष) 11,194द्वितीय वर्ष 13 2665तृतीय वष 1 830विशेष वर्ग (41 से 65 वर्ष आयु वर्ग) -प्रथम वर्ष 5 743द्वितीय वर्ष 4 443द्वितीय वर्ष (सामान्य वर्ग) निम्न स्थानों पर क्षेत्रश: आयोजित हुए-ऊंटी (केरल), चेननहल्ली (कर्नाटक), विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश), पुणे (महाराष्ट्र), नरसिंहपुर (म.प्र.), जोधपुर (राजस्थान), अम्बाला (पंजाब), शामली (पश्चिमी उत्तर प्रदेश), जालौन (पूर्वी उत्तर प्रदेश), रांची (झारखण्ड), कटक (उड़ीसा), कासिम बाजार (प. बंगाल) एवं होजाई (पूर्वोत्तर क्षेत्र)।द्वितीय वर्ष (विशेष वर्ग) इन स्थानों पर आयोजित हुए-दिल्ली, उज्जैन, शिमोगा एवं कटकअमृतसरयुवाओं में राष्ट्रभक्ति पैदा कर रहा है संघ-बाबा बलबीर सिंह जी सींचेवालराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, पंजाब का संघ शिक्षा वर्ग अमृतसर में 3 जून से 23 जून तक आयोजित हुआ। इसमें पंजाब के कोने-कोने से कुल 221 स्वयंसेवकों ने भाग लिया। अलग-अलग दिन स्वयंसेवकों को कई वरिष्ठ लोगों का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। इनमें क्षेत्रीय प्रचारक श्री दिनेशचन्द्र, श्री सुरेन्द्र सिंह चौहान एवं श्री किशोरकान्त प्रमुख थे।23 जून को आयोजित समापन समारोह के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध सन्त बाबा बलबीर सिंह जी सींचेवाल एवं मुख्य वक्ता क्षेत्रीय संघचालक डा. बजरंग लाल गुप्त थे।बाबा सींचेवाल जी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि संघ युवाओं में राष्ट्रभक्ति, अनुशासन एवं संगठन की भावना पैदा करने का सराहनीय कार्य कर रहा है।डा. बजरंगलाल गुप्त ने कहा कि देश के उत्थान में जातिवाद एवं अस्पृश्यता सबसे बड़ी बाधा है। इसे मिटाकर ही देश पुन: विश्व गुरु बन सकता है। इस अवसर पर प्रान्त संघचालक श्री बृजभूषण सिंह बेदी, प्रान्त प्रचारक श्री रामेश्वर, पंजाब की स्वास्थ्य मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला, परिवहन मंत्री मास्टर मोहनलाल, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री राजेन्द्र भंडारी, विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकारी अध्यक्ष श्री सन्तोष गुप्ता, सह मंत्री श्री सरुण खन्ना आदि उपस्थित थे।-राजीव कुमारदेहरादूनउस दिन देहरादून में अचानक शाम को कार्यक्रम के समय भीषण बरसात और तूफान शुरू हो गया। एक ओर केशव विद्या नगर में रा.स्व. संघ के प्रथम वर्ष शिक्षा वर्ग का समापन समारोह था दूसरी ओर एम.के.पी. कालेज में राष्ट्र सेविका समिति के शिविर का समापन कार्यक्रम। लेकिन दोनों कार्यक्रमों में हजारों लोग और स्वयंसेवक इस प्रकार कार्यक्रम संपन्न होने तक धीरतापूर्वक बैठक रहे मानो न बारिश हो रही हो न तेज हवा चल रही हो।संघ राष्ट्रीय एकता के लिए कटिबद्ध-डा. रामेश्वर दासपीठाधीश्वर, हनुमन्तधाम, ऋषिकेशगत 23 जून को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, उत्तराञ्चल के संघ शिक्षा वर्ग (प्रथम वर्ष) का समापन झाझरा (देहरादून) स्थित भारतीय जनजातीय सूचना विद्या संस्थान के प्रांगण में हुआ।कार्यक्रम के मुख्य वक्ता हनुमन्त धाम, ऋषिकेश के पीठाधीश्वर डा. रामेश्वर दास ने कहा कि भारत ऋषि परम्परा का देश है। ऋषियों ने कठिन साधना कर समाज को सर्वोत्तम ज्ञान प्रदान किया। 1925 से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक इसी परम्परा का निर्वहन कर समाज व राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं। संघ अपने आरम्भ काल से ही राष्ट्रीय एकता के लिए कटिबद्ध है। संघ समाज से जाति भेद मिटाकर राष्ट्र के विकास के लिए सम्पूर्ण समाज को एकरूप करने का सफल प्रयास कर रहा है।इस अवसर पर वर्गाधिकारी डा. रामेश्वर प्रसाद, वर्ग कार्यवाह श्री लक्ष्मी प्रसाद जायसवाल, प्रान्त संघचालक श्री चन्द्रपाल सिंह नेगी, प्रान्त सह संघचालक श्री रोशन लाल, उत्तराञ्चल दैवी आपदा पीड़ित सहायता समिति के संरक्षक डा. नित्यानन्द, प्रान्त कार्यवाह श्री शशिकान्त दीक्षित, क्षेत्र प्रचारक डा. दिनेश, प्रान्त प्रचारक श्री शिवप्रकाश उपस्थित थे। वर्ग में कुल 413 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया।24 जून को दीक्षान्त समारोह आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में स्वयंसेवकों को दीक्षान्त बौद्धिक पाञ्चजन्य के सम्पादक श्री तरुण विजय ने दिया। उन्होंने कहा कि यह भारत के नवसृजन का अवसर है। राष्ट्र जीवन पर आये संकटों से जूझकर ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण हो सकता है। उन्होंने कहा कि प्रबल वैचारिक अधिष्ठान के बल पर ही अभिनव भारत का निर्माण किया जा सकता है। सुभाष चन्द्र जोशीदिल्लीहिन्दुत्व के अधिष्ठान पर विकास हमारा लक्ष्य-डा. प्रवीण भाई तोगड़िया, अन्तरराष्ट्रीय महामंत्री, विश्व हिन्दू परिषद्दिल्ली में संघ शिक्षा वर्ग (प्रथम वर्ष) का आयोजन 3 जून से 23 जून तक हरिनगर स्थित महाशय चुन्नीलाल सरस्वती बाल मन्दिर में हुआ। इस प्रशिक्षण वर्ग में दिल्ली एवं कुछ अन्य प्रान्तों के 270 स्वयंसेवकों ने भाग लिया। वर्ग का समापन 23 जून को हुआ। सर गंगा राम अस्पताल के प्रमुख श्री वी.के. राव समापन समारोह के अध्यक्ष थे। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि देश के सर्वांगीण विकास के लिए नई पीढ़ी में अनुशासन बहुत आवश्यक है।मुख्य वक्ता विश्व हिन्दू परिषद् के अन्तरराष्ट्रीय महामंत्री डा. प्रवीणभाई तोगड़िया ने कहा कि हिन्दुत्व के अधिष्ठान पर हिन्दू राष्ट्र का विकास हमारा लक्ष्य है। ईसाई और इस्लाम के अस्तित्व से पहले हिन्दुस्थान था, अत: यह हिन्दू राष्ट्र है। हिन्दू राष्ट्र कहने में कैसी शर्म? उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व की उपेक्षा ही आज का सेकुलरवाद है। सेकुलरवाद राम मंदिर और राम सेतु का विरोध बन गया है। इस अवसर पर श्री रमेश प्रकाश (संघचालक, दिल्ली प्रान्त), ठाकुर राम सिंह जी (वरिष्ठ प्रचारक), श्री सोहन सिंह, श्री नरसिंह (वर्गाधिकारी), श्री मोहन (वर्ग कार्यवाह), श्री प्रेम कुमार (प्रान्त प्रचारक), श्री चिरंजीव सिंह (सिख संगत के संरक्षक) श्री अशोक प्रभाकर (हिन्दू जागरण मंच), श्री शंकर राव तत्ववादी (मार्गदर्शक, विश्व विभाग) भी उपस्थित थे। इ.वि.सं.के.देहरादूनराष्ट्र सेविका समिति का वर्ग सम्पन्नगत 23 जून को देहरादून के महादेवी कन्या पाठशाला में राष्ट्र सेविका समिति के 6 जून से 24 जून तक चल रहे प्रवेश-प्रबोध प्रशिक्षण वर्ग का समापन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश (ब्राज, मेरठ एवं उत्तराखण्ड प्रान्त) के 74 स्थानों की 280 बहिनों ने 17 दिवस में जो भी प्रशिक्षण लिया, उसका प्रदर्शन किया। यह वर्ष 1857 में हुए प्रथम स्वातंत्र्य संग्राम का 150वां स्मृति वर्ष है, अत: 10 मई को क्रान्ति दिवस तथा 18 जून को शहीद दिवस के कार्यक्रम देशभर के सभी वर्गों में आयोजित किए गए। समिति की अखिल भारतीय प्रमुख संचालिका श्रीमती प्रमिला ताई मेढ़े ने समारोह में बताया कि क्रान्ति दिवस पर सेविकाओं ने असंख्य दीप प्रज्ज्वलित किए, जम्मू तथा अमरावती में मशाल रैली निकाली। घोष के साथ पथ संचलन भी सभी स्थानों पर निकाला गया। सम्पर्क दिवस पर देहरादून के 1443 परिवारों में शिविर में आई बहनों ने समिति का परिचय देकर, समिति का साहित्य पहुंचाकर सम्पर्क किया।समिति की अखिल भारतीय सह कार्यवाहिका श्रीमती रुक्मणि अक्का ने कहा कि समिति भारतीय संस्कृति के माध्यम से राष्ट्र की उन्नति करना चाहती है। राष्ट्र का केन्द्र बिन्दु परिवार है और परिवार का केन्द्र बिन्दु है माता। एक माता का विकास यानी सम्पूर्ण परिवार और राष्ट्र का विकास।वर्ग में रा.से. समिति की अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख डा. शरद रेणु का मार्गदर्शन भी मिला। मेरठ प्रांत की प्रांत कार्यवाहिका श्रीमती गौरी बाला, ब्राज प्रान्त की कार्यवाहिका श्रीमती ललिता मिश्रा, उत्तरांचल प्रान्त कार्यवाहिका श्रीमती नीमा अग्रवाल व सह प्रान्त कार्यवाहिका डा. अंजली वर्मा की शिविर में निरंतर सहभागिता रही। वर्ग की सर्वाधिकारी थीं श्रीमती मालती मिश्रा। वर्ग में शारीरिक प्रशिक्षण के लिए मुख्य शिक्षिका सुश्री संगीता चड्ढा व सुश्री ममता व अन्य शिक्षिकाओं ने पूरा सहयोग किया। प्रतिनिधि22

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