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अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक मुनिश्री लोकेश को राजधानी में आयोजित एक समारोह में युवाचार्य घोषित किया गया। दिल्ली सरकार के सचिवालय में आयोजित एक भव्य समारोह में राष्ट्रीय एकता समिति के संस्थापक आचार्य श्री नागराज के उत्तराधिकारी ज्योतिर्विद आचार्य श्री मानमल जी ने 46 वर्षीय प्रखर चिंतक, लेखक एवं कवि मुनिश्री लोकेश को युवाचार्य घोषित किया। आचार्य मानमल जी ने राष्ट्रीय चरित्र निर्माण, मानवीय मूल्यों के उत्थान तथा जैन धर्म के विकास में मुनि श्री लोकेश के उल्लेखनीय योगदान को देखते हुए उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है।मुनिश्री लोकेश 8 अक्तूबर, 1983 को अणुव्रत आन्दोलन के प्रवर्तक आचार्य श्री तुलसी के कर कमलों से 22 वर्ष की युवावस्था में दीक्षा ग्रहण कर जैनमुनि बने। 28 अक्तूबर, 2005 को उन्होंने अहिंसा विश्व भारती की स्थापना कर कन्या भ्रूण हत्या एवं नशे के विरुद्ध सम्पूर्ण भारत में अभियान शुरू किया।अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति श्री बिल Ïक्लटन, पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ और भारत के राष्ट्रपति डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम सहित विभिन्न शिखर पुरुषों से मुनिश्री लोकेश के निकट सम्बन्ध हैं। उन्होंने अनेक राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लेकर समाज एवं विश्व के बेहतर निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। -प्रतिनिधि19
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