सरोकार
May 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

सरोकार

by
Dec 2, 2006, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 02 Dec 2006 00:00:00

ऐसे रोकें जंगली जानवरों कोबिजनौर जिले में जंगली जानवर फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। क्या इनको मारे बिना नुकसान रोका जा सकता है?जानवरों का जंगल से बाहर आने का एक कारण यह भी है कि वन विभाग वाले जंगल में झड़ी हुई पत्तियों में आग लगा देते हैं ताकि इनके कारण जंगल में भयंकर आग न लग पाए। एक दूसरा कारण यह भी है कि अवैध रूप से जो पेड़ काटे जाते हैं, उसकी जानकारी लोगों को न हो। लेकिन इस आग से नई पौध ही नहीं, बल्कि जानवरों का भोजन भी नष्ट हो जाता है। इस कारण मोर, बन्दर, नील गाय एवं जंगली सूअर आदि जंगल से बाहर भाग जाते हैं। इस आग के कारण सांप भी मारे जाते हैं जो कि चूहों पर नियंत्रण रखते हैं। इस आग से चिड़िया के घौंसले भी जल जाते हैं। जंगली जानवरों को रोकने का पहला कदम यह हो सकता है कि जिला प्रशासन से बात करके जंगल में आग लगाने का प्रचलन रोका जाए। इस तरह की आग को रोकने के बाद आप निश्चय ही स्थिति में बदलाव महसूस करेंगे।मुकेश कुमार गुप्ता, ग्राम सादाफल, बिजनौर (उ.प्र.)क्या अस्थमा के रोगियों को हैदराबाद का प्रसिद्ध मछली इलाज करवाना चाहिए?इसका कोई पर्याप्त सबूत नहीं है कि हैदाराबाद की मछली दवा से कोई अस्थमा का रोगी ठीक हुआ है। इसके आयोजक भी यह मानते हैं कि केवल 2 प्रतिशत लोगों को ही इसका फायदा हुआ है। साथ ही परहेज करने की सूची भी देते हैं, जैसे धूम्रपान न करें, तेल वाला भोजन न खाएं, मांसाहार न करें, शराब न पिएं इत्यादि। यह परहेज करें और आप हैदराबादी मछली न भी खाएं तो भी अस्थमा अपने आप ही ठीक हो सकता है। परन्तु कोलकाता में एक जगह है, जहां से मैंने अस्थमा के रोगियों के लिए दवा ली है, जिससे उन्हें हर बार फायदा हुआ है। यह होमियोपैथिक दवा है जो 24 घंटे के अन्दर असर करती है और जिसे रोज लेना चाहिए। इस जगह का नाम “बिल्ली का मंदिर” है, जो बेहला के हिन्दी कन्या विद्यालय के सामने है। इसे आजमाकर देखें।प्रकाश कुमार “खिवाड़ा”, आबू रोड, जिला सिरोही (राजस्थान)सन् 1857 ई. में कारतूस पर गाय और सूअर की चर्बी लगाने के कारण क्रांति का सूत्रपात हुआ था। आजकल जिलेटिन और कैप्सूल में इसके प्रयोग के खिलाफ कोई आवाज क्यों नहीं उठती?नि:संदेह इन भयानक चीजों को रोकने के लिए जोर देना चाहिए। जिलेटिन और कैप्सूल कम्पनियों के मालिक हिन्दू हैं जो कि हड्डियों को वध गृह से खरीदते हैं। भारत के एक बड़े हिन्दू धनी व्यक्ति की जिलेटिन कम्पनी गुजरात में बड़ौदा के निकट है। यहां तक कि सिख भी, जैसे राज्यपाल सुरजीत सिंह बरनाला के पुत्र, इस प्रकार बनने वाले कैप्सूल फैक्ट्री के मालिक हैं। आप जैसे लोगों को इसके खिलाफ आन्दोलन चलाने की जरूरत है। अगर आप अपने इलाके की किसी दवा की दुकान को बन्द करा सकें, जो जिलेटिन और ऐसे कैप्सूल, जिसके बनाने में मांस का प्रयोग होता है, बेचती है तो यह आन्दोलन पूरे भारत में फैल सकता है। आखिरकार ऐसे ही तो 1857 का आन्दोलन शुरु हुआ था।सतीश कुमार मिश्रा, सुभाष नगर, भूपलागंज, उन्नाव (उत्तर प्रदेश)पशु कल्याण आंदोलन में भाग लेने के इच्छुक पाठकश्रीमती मेनका गांधी से 14, अशोक रोड,नई दिल्ली-110001 के पते पर अथवाgandhim@parlis.nic.in पर सम्पर्क कर सकते हैं।इस स्तम्भ में हर पखवाड़े प्रसिद्ध पर्यावरणविद् और शाकाहार कीे समर्पित प्रसारक श्रीमती मेनका गांधी शाकाहार, पशु-पक्षी प्रेम तथा प्रकृति से सम्बंधित पाठकों के प्रश्नों का उत्तर देती हैं। अपना प्रश्न भेजते समय कृपया निम्नलिखित चौखाने का प्रयोग करें।श्रीमती मेनका गांधी”सरोकार” स्तम्भ / द्वारा, सम्पादक, पाञ्चजन्यसंस्कृति भवन, देशबन्धु गुप्ता मार्ग, झण्डेवाला, नई दिल्ली-11005527

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

प्रतीकात्मक चित्र

मलेरकोटला से पकड़े गए 2 जासूस, पाकिस्तान के लिए कर रहे थे काम

प्रतीकात्मक तस्वीर

बुलंदशहर : पाकिस्तान के समर्थन में पोस्ट करने वाला शहजाद गिरफ्तार

Brahmos Missile

‘आतंकवाद कुत्ते की दुम’… ब्रह्मोस की ताकत क्या है पाकिस्तान से पूछ लीजिए- CM योगी

रिहायशी इलाकों में पाकिस्तान की ओर से की जा रही गालीबारी में क्षतिग्रस्त घर

संभल जाए ‘आतंकिस्तान’!

Operation sindoor

ऑपरेशन सिंदूर’ अभी भी जारी, वायुसेना ने दिया बड़ा अपडेट

Operation Sindoor Rajnath SIngh Pakistan

Operation Sindoor: भारत की सेना की धमक रावलपिंडी तक सुनी गई: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

प्रतीकात्मक चित्र

मलेरकोटला से पकड़े गए 2 जासूस, पाकिस्तान के लिए कर रहे थे काम

प्रतीकात्मक तस्वीर

बुलंदशहर : पाकिस्तान के समर्थन में पोस्ट करने वाला शहजाद गिरफ्तार

Brahmos Missile

‘आतंकवाद कुत्ते की दुम’… ब्रह्मोस की ताकत क्या है पाकिस्तान से पूछ लीजिए- CM योगी

रिहायशी इलाकों में पाकिस्तान की ओर से की जा रही गालीबारी में क्षतिग्रस्त घर

संभल जाए ‘आतंकिस्तान’!

Operation sindoor

ऑपरेशन सिंदूर’ अभी भी जारी, वायुसेना ने दिया बड़ा अपडेट

Operation Sindoor Rajnath SIngh Pakistan

Operation Sindoor: भारत की सेना की धमक रावलपिंडी तक सुनी गई: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

Uttarakhand RSS

उत्तराखंड: संघ शताब्दी वर्ष की तैयारियां शुरू, 6000+ स्वयंसेवकों का एकत्रीकरण

Bhagwan Narsingh Jayanti

भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए भगवान विष्णु बने नृसिंह

बौद्ध दर्शन

बौद्ध दर्शन: उत्पत्ति, सिद्धांत, विस्तार और विभाजन की कहानी

Free baloch movement

बलूचों ने भारत के प्रति दिखाई एकजुटता, कहा- आपके साथ 60 मिलियन बलूच लोगों का समर्थन

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies