|
दिल्ली
हिन्दुस्थान में हिन्दू ही असुरक्षित
-जैनाचार्य सन्मित सागर
“देश का दुर्भाग्य और कड़वी सच्चाई यह है कि हिन्दुस्थान में सबसे ज्यादा असुरक्षित हिन्दू ही हैं। हिन्दुओं पर ही आतंकी हमले हो रहे हैं, आरक्षण और मतान्तरण से उन्हें बांटा जा रहा है और तथाकथित पंथनिरपेक्ष राजनीति से इनका शोषण किया जा रहा है।” यह कहना है प्रसिद्ध जैन संत आचार्य सन्मित सागर का। वे गत 20 नवम्बर को दिल्ली के कैलाश नगर स्थित महावीर पार्क में आयोजित विशाल हिन्दू सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। श्रीगुरुजी जन्मशती की श्रृंखला में आयोजित इस सम्मेलन में राधा-कृष्ण और सुदामा के नाट मंचन के साथ ही अनेक राष्ट्रभक्ति पूर्ण कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। बाद में समारोह को सम्बोधित करते हुए आचार्य सन्मित सागर ने कहा- “विश्व भर में हिन्दुओं की उदारता का इससे बड़ा प्रमाण क्या होगा कि वह अपने ही देश में शरणार्थी बन गया है।” समारोह के मुख्य वक्ता, श्रीगुरुजी जन्मशताब्दी समारोह समिति के राष्ट्रीय सचिव श्री बजरंग लाल गुप्त ने इस अवसर पर कहा कि आज देश का वातावरण बेहद खराब हो गया है। सशक्त तथा हिन्दू संगठन ही इस वातावरण को बदलने का एकमेव उपाय है। समारोह की अध्यक्षता श्री अशोक जैन “जयचन्दा” ने की तथा मुख्य अतिथि थे श्री सुरेन्द्र श्रीवास्तव। मंच पर सभी जातियों एवं समाजों के प्रमुख प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस अवसर पर प्रत्येक समाज के वरिष्ठ सदस्य, मेधावी छात्र तथा संयुक्त परिवारों को भी सम्मानित किया गया। -प्रतिनिधि
नोएडा (उत्तर प्रदेश)
अरुणाचल हमारा है और हमारा ही रहेगा
-स्वामी चिन्मयानन्द, पूर्व गृह राज्यमंत्री
“हिन्दू संगठित होंगे तभी देश सुरक्षित रहेगा और धर्म की विजय होगी।” यह कहना है पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानन्द जी का। स्वामी चिन्मयानन्द जी गत 20 नवम्बर को नोएडा (उ.प्र.) में आयोजित हिन्दू सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हिन्दुओं को संगठित करने के लिए ऐसे सम्मेलनों की आज बहुत आवश्यकता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जनवरी, 2007 तक न्यायालय अयोध्या विवाद के संबंध में फैसला दे सकता है। और जिस तरह के अकाट साक्ष्य हैं उन्हें देखकर लगता है कि निर्णय श्रीराम जन्मभूमि के पक्ष में ही होगा। इसलिए सभी हिन्दू श्रीराम का भव्य मन्दिर बनाने के लिए तैयार रहें। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश मुद्दे पर केन्द्र सरकार के रवैये की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि चीन को स्पष्ट रूप से बता देना चाहिए कि अरुणाचल हमारा है और हमारा रहेगा। स्वामी चिन्मयानन्द जी ने बढ़ते नक्सलवाद पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि इस सरकार की नरम नीतियों के कारण नक्सली और आतंकवादी सर उठा रहे हैं। प्रतिनिधि
काशी
राष्ट्रीयता एवं मानवता का संगम है हिन्दुत्व
-इन्द्रेश कुमार, सदस्य, अ.भा. कार्यकारी मण्डल, रा.स्व.संघ
गत 11 एवं 18 नवम्बर को काशी में श्रीगुरुजी की जन्मशताब्दी के अवसर पर दो कार्यक्रम हुए। 11 नवम्बर को विश्व संवाद केन्द्र (काशी) में प्रबुद्ध नागरिक संगोष्ठी हुई। इसके मुख्य वक्ता थे रा.स्व.संघ के अ.भा. कार्यकारी मण्डल के सदस्य श्री राम माधव। उन्होंने कहा कि हम महान धर्म एवं संस्कृति के वाहक हैं। अगर इसमें कोई दोष है तो इसका दोषी समाज है। हिन्दू समाज का एक ही लक्ष्य है राष्ट्र को परम वैभव तक पहुंचाना। संगोष्ठी की अध्यक्षता शिक्षाविद् श्री श्रीकान्त शर्मा ने की। प्रो. सत्येन्द्र मिश्र ने विषय की प्रस्तावना रखी।
18 नवम्बर को काशी विद्यापीठ के गांधी अध्ययन केन्द्र में गोष्ठी आयोजित हुई। रा.स्व.संघ के अ.भा. कार्यकारी मण्डल के सदस्य श्री इन्द्रेश कुमार ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि विविधता में भिन्नता हमारी संस्कृति की विशेषता है। ऐसी विशेषता अन्य किसी संस्कृति में नहीं मिलती है। उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व भारत के लिए राष्ट्रीयता और विश्व के लिए मानवता है। संगोष्ठी की अध्यक्षता काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. सुरेन्द्र सिंह कुशवाहा ने की। -लोकनाथ
पाटन (गुजरात)
सामूहिक प्रयासों से आतंकवाद खत्म होगा
-जोगिन्दर सिंह, पूर्व निदेशक, केन्द्रीय गुप्तचर ब्यूरो
गत दिनों श्रीगुरुजी जन्मशताब्दी के उपलक्ष्य में पाटन के हेमचंद्राचार्य उत्तर गुजरात विश्वविद्यालय के रंग भवन में “राष्ट्र की आंतरिक सुरक्षा के सामने चुनौतियां” विषय पर राज्यस्तरीय परिसंवाद का आयोजन हुआ। परिसंवाद की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कार्यकारी कुलपति डा. बी.ए. प्रजापति ने की। केन्द्रीय गुप्तचर ब्यूरो के पूर्व निदेशक श्री जोगिन्दर सिंह मुख्य वक्ता थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में आतंकवाद का स्वरूप बदल गया है। आतंकवादियों के संगी-साथी अब केवल मतान्ध और जरूरतमंद लोग नहीं हैं, बल्कि पढ़े-लिखे और नई तकनीकी के जानकार भी षडंत्र रचने व हिंसक घटनाओं में शामिल पाए गए हैं। इस स्थिति में सरकार और प्रसार माध्यमों को सावधानी से अपना कर्तव्य निभाना होगा तभी हम जनता की सुरक्षा कर पाएंगे। गुजरात उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश श्री एस.एम. सोनी ने कहा कि आन्तरिक सुरक्षा के खतरों से निपटने के लिए टाडा एवं पोटा जैसे कानूनों की सख्त आवश्यकता है। गुजरात पत्रिका के कार्यकारी सम्पादक श्री सुधीर भाई रावल ने आतंकवाद के खिलाफ जनता और सरकार को मिलकर काम करने की सलाह दी। संगोष्ठी में अनेक शोध पत्र भी पढ़े गए। -प्रतिनिधि
गोंदिया (महाराष्ट्र)
सभी समस्याओं का समाधान सामाजिक समरसता
-मोहनराव भागवत, सरकार्यवाह, रा.स्व.संघ
“जब तक लोग गरीबी व बेरोजगारी मिटाने के लिए अपना जीवन समर्पित नहीं करेंगे और मजहब के नाम पर अलगाववाद बंद नहीं होगा तब तक देश में सामाजिक समरसता स्थापित नहीं हो सकती।” यह कहना है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री मोहनराव भागवत का। श्री भागवत गत दिनों गोंदिया (महाराष्ट्र) में एक सभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा आज देश में बेलगांव किस राज्य में रहेगा इस पर विवाद शुरू हैं किन्तु कश्मीर कहां रहना चाहिए इसका विचार कोई नहीं करता। देश की सीमा सुरक्षित नहीं है। बंगलादेश में आतंकी अड्डे बन रहे हैं और पूर्वोत्तर राज्यों में बंदूक के बल पर मतान्तरण करवाया जा रहा है। अनेक पंचवर्षीय योजनाएं लागू हुईं, फिर भी किसान आत्महत्या करने के लिए विवश हैं। इन सारी समस्याओं का समाधान केवल एक ही है और वह है सामाजिक समरसता।
इस अवसर पर तिरखेडी आश्रम के रामज्ञानी महात्यागी महाराज, प्रीतमराव लारोकर, ब्राह्मकुमारी रत्नमाला दीदी, गायत्री परिवार के सीमाबेन पटेल, श्रीगुरुजी जन्मशताब्दी समारोह समिति के प्रांत उपाध्यक्ष डा. धनपाल टेंभरे, सदस्य डा. देवाशीष चटर्जी, जिला समिति के अध्यक्ष डा. मनमोहन सानी सहित सैकड़ों गण्यमान्यजन उपस्थित थे। -प्रतिनिधि
जोधपुर (राजस्थान)
जोधपुर में छात्रा सम्मेलन
गत 5 नवम्बर को जोधपुर में श्रीगुरुजी जन्मशताब्दी समारोहों के अन्तर्गत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् का प्रांत स्तरीय छात्रा सम्मेलन आयोजित हुआ। सम्मेलन में 17 जिलों की 414 छात्रा प्रतिनिधियों ने भाग लिया। प्रदेश मंत्री वीरेन्द्र सिंह खींची व प्रांत छात्रा प्रमुख पुष्पा जांगिड़ ने ध्वजारोहण कर सम्मेलन का उद्घाटन किया। उद्घाटन सत्र में विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. कैलाश शर्मा मुख्य वक्ता थे। श्रीमती रजनी अग्रवाल व सुश्री बसन्ती मणिहार मुख्य अतिथि थीं। कार्यक्रम संयोजिका डा. जया दवे ने कार्यक्रम की भूमिका रखी। क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री सुनील बंसल ने सम्मेलन का समारोप किया। इससे पूर्व छात्राओं ने नगर में शोभा यात्रा भी निकाली। प्रतिनिधि
34
टिप्पणियाँ