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कश्मीर के बाद देश के पांच अन्य राज्य आई.एस.आई. के चंगुल में हैं। यह आतंकवाद और देश की सुरक्षा पर सरकार की गलत नीतियों का नतीजा है कि पाकिस्तान की आई.एस.आई, जो अब तक कश्मीर के युवाओं को ही गुमराह कर उन्हें आतंकवादी गतिविधियों में धकेल रही थी, अब अपने पैर देश के पांच अन्य राज्यों में भी पसार चुकी है। यह किसी विपक्षी दल द्वारा सरकार पर लगाया गया आरोप नहीं है बल्कि सरकार में गृह राज्यमंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल की स्वीकारोक्ति है। 8 अगस्त को लोकसभा में एक सवाल के अपने लिखित जवाब में उन्होंने स्वीकार किया कि आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के युवाओं को आई.एस.आई. द्वारा आतंकवादी गतिविधियों में इस्तेमाल किए जाने का पता चला है। इनमें से कई युवाओं को पाकिस्तान, बंगलादेश आदि देशों में आतंकवादी प्रशिक्षण के लिए भी भेजा गया था। एक अन्य प्रश्न के जवाब में श्री जायसवाल ने बताया कि जम्मू-कश्मीर की सीमा से सटे क्षेत्रों में चल रहे आतंकवादी शिविरों में जिहादियों को बिजली के करंट से युक्त तारों वाली बाड़ को काटने का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसकी पुष्टि हाल ही में पुलिस के हाथों मारे गए आतंकवादियों से बरामद बाड़ काटने वाली मशीन से हुई है। प्रतिनिधि
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