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“ए.यू.डी.एफ. को आई.एस.आई. का समर्थन मिल रहा है”
राजीव भवन गुवाहाटी स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय है। यहां अपेक्षाकृत शान्ति ही दिखी-आज सोनिया गांधी असम के प्रवास पर आने वाली हैं और प्रदेश अध्यक्ष भुवनेश्वर कलिता अपने चुनाव क्षेत्र रांगिया से मैडम के स्वागत हेतु चल पड़े थे। कार्यालय में कोषाध्यक्ष फणी शर्मा और राज्य सचिव रमेश जैन के अलावा चुनाव प्रभारी दिग्विजय सिंह मिले। फणी शर्मा और रमेश जैन जहां आई.एम.डी.टी. को मुस्लिम हित रक्षक मानते हैं और कहते हैं कि “इसके कारण हमने प्रदेश के किसी मुसलमान को नाहक परेशान नहीं होने दिया” वहीं बदरुद्दीन अजमल की पार्टी “ए.यू.डी.एफ. को आई.एस.आई. से समर्थन प्राप्त है”, यह कहने से भी नहीं चूकते। टेपरिकार्ड की गयी इस बातचीत में उन्होंने आरोप लगाया कि “अजमल दुबई और मस्कट से संदिग्ध मुस्लिम स्रोतों से पैसा लाता है। आई.एस.आई. उसके साथ जुड़ी है।” जब पूछा गया कि इतना गंभीर आरोप लगाने के बावजूद उनके खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं हो रही तो फणी शर्मा का कहना था कि “अभी तो चुनाव हैं। अगर कार्यवाही की गयी तो सब कहेंगे, राजनीतिक मामला है। चुनाव के बाद हमारी सरकार आयी तो हम उसे छोड़ेंगे नहीं, कोई उसे बचा नहीं सकेगा।” “वी विल नाट स्पेयर हिम, नो बडी कैन सेव बदरुद्दीन”-रमेश जैन।
बंगलादेशी घुसपैठ पर वे कहते हैं- “राजग सरकार छह साल तक केन्द्र में रही, क्या उसने असम को भारत का हिस्सा माना? कितने बंगलादेशी बाहर निकाले? कांग्रेस इस समस्या से अवगत है। हमने बंगलादेशियों की पहचान के लिए 32 ट्राब्यूनल बनाए हैं। हम नागरिकों का राष्ट्रीय रजिस्टर बनाने के लिए काम कर रहे हैं। यहां विकास हो, साम्प्रदायिक एकता बनी रहे, इसके लिए हमारी पार्टी काम कर रही है।”
फणी शर्मा कहते हैं, “असम के अहोम राजा (नाम क्या है? वे भूल गए) ने सैकड़ों साल पहले मिस्र से आए मौलाना (सन् और मौलाना का नाम भी उन्हें याद नहीं था) को यहां इस्लाम के प्रचार के लिए जमीन और सुविधाएं दी थीं। वह परम्परा आज तक कायम है। भाजपा यहां साम्प्रदायिकता फैला रही है, इसलिए कांग्रेस सभी वर्गों को एकजुट करने वाली अकेली पार्टी है, जो उसका मुकाबला कर सकती है।”
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