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सांसद एवं सुप्रसिद्ध पर्यावरणविद् श्रीमती मेनका गांधी को वैश्विक ऊर्जा सम्मान निर्णायक मंडल की वैश्विक अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उन्हें “वैश्विक ऊर्जा पुरस्कार- वल्र्ड एवार्ड फार सस्टेनेबिलिटी” का चयन करने और यह सम्मान अर्पित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वैश्विक ऊर्जा सम्मान आज पर्यावरण क्षेत्र में प्रतिवर्ष दिया जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण एवं प्रतिष्ठित पुरस्कार है। यह पुरस्कार पृथ्वी, अग्नि, जल, वायु और युवा श्रेणियों में प्रदान किया जाता है। इन पुरस्कारों की स्थापना सात साल पहले आस्ट्रिया के पर्यावरणविद् वोल्फगंग न्यूमान ने की थी। वोल्फगंग आस्ट्रिया में प्रसिद्ध आयोजन संस्था “जीइजी वरबंग” के महानिदेशक हैं। ऊर्जा पुरस्कारों का प्रमुख उद्देश्य लोगों को वर्तमान पर्यावरण संबंधी अनेक समस्याओं से अवगत कराना और भविष्य में आने वाली चुनौतियों के प्रति तैयार करना है। इसमें जलवायु परिवर्तन, जीवाश्म ईंधन संसाधनों की तेजी से हो रही कमी और सीमित जल संसाधनों से उत्पन समस्याएं प्रमुख हैं। विश्व की चर्चित विभूतियां, जिनमें संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव कोफी अन्नान, राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचोव, अमोरी लोविंस और यूरोपीय ऊर्जा एजेंसी आयुक्त आंदरिस पाइबाल्ग्स के साथ-साथ अन्य अनेक प्रमुख लोग “वैश्विक ऊर्जा पुरस्कारों” को अपना सहयोग दे रहे हैं। “वैश्विक ऊर्जा 2006” के लिए प्रोजेक्ट 30 जून 2006 तक जमा किए जा सकते हैं। अधिक जानकारी और फार्म www.energyglobe.info से प्राप्त किया जा सकता है। प्रतिनिधि
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