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व्यास नगरदिसम्बर 2004 में आई विनाशकारी समुद्री लहर सुनामी से बेघर हुए तमिलनाडु के किचंकुप्पम गांववासियों के लिए सेवा भारती की तमिलनाडु इकाई ने 248 घरों वाली नई बस्ती का निर्माण किया है। सुनामी प्रभावित परिवारों में गृह आवंटन कार्यक्रम का आयोजन गत 6 जुलाई को किचंकुप्पम में किया गया। इस अवसर पर रा.स्व.संघ के सरकार्यवाह श्री मोहनराव भागवत ने सभी घरों की चाबियां नागापट्टनम के अतिरिक्त जिलाधिकारी व परियोजना अधिकारी श्री राधा को सौंपी। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में भाग लेना उनके लिए गर्व एवं सौभाग्य की बात है। नई बस्ती का नाम “व्यास नगर” रखा गया है।कार्यक्रम का शुभारम्भ रामकृष्ण मठ, चेन्नै के अध्यक्ष पूज्य गौतमानंद जी महाराज ने बस्ती की नामपट्टिका का अनावरण कर किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने स्वामी विवेकानन्द की एक उक्ति “मेरे जीवन का प्रमुख उद्देश्य देश को जगाना है”-का उल्लेख किया और कहा कि सुनामी पीड़ितों की मदद के लिए बड़ी संख्या में लोग आगे आए। सभी ने बिना किसी वैचारिक अथवा जातिगत भेदभाव के सुनामी पीड़ितों के लिए काम किया, जो यह दर्शाता है कि हमारा देश सुख व शांति की ओर बढ़ रहा है।इस अवसर पर रा.स्व.संघ के विश्व विभाग के अध्यक्ष श्री शंकर तत्ववादी ने कहा कि हमारा देश हमें बहुत कुछ देता है, इसलिए हमें भी अपना जीवन अपने देश एवं समाज के लिए समर्पित कर देना चाहिए। पुनर्वास परियोजना अधिकारी श्री राधा ने सुनामी आपदा के दौरान सेवा भारती के द्वारा किए गए बचाव एवं पुनर्वास कार्यों की सराहना की। साथ ही उन्होंने अपील की कि सेवा भारती तमिलनाडु के मछुआरों के लिए भी 1,000 घर बनाने की योजना तैयार करे।कार्यक्रम में रा.स्व.संघ के वरिष्ठ अधिकारी श्री आर.वी.एस. मारिमुथु, सेवा इंटरनेशनल के सचिव श्री श्याम पराण्डे, सेवा भारती (तमिलनाडु) के अध्यक्ष डा. सेन गोत्तयन, महासचिव श्री केशव विनयंगम, महासचिव श्री शंकरन, नागापट्टनम के नगर एवं पंचायत आयुक्त श्री राजेन्द्र सहित अनेक गण्यमान्यजन उपस्थित थे। -प्रतिनिधि14
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