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-दीपेन्द्र पाठकअतिरिक्त पुलिस आयुक्त, दिल्लीआज के समाज और सम्बंधों की दुनिया में बहुत बदलाव आ गया है। इस कारण व्यक्ति की मानसिकता और उसके मनोविज्ञान में फर्क आ चुका है। यह फर्क आधुनिक समाज की आपाधापी को इंगित करता है। आज का आदमी हर क्षण द्वंद्व में जीता ह
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