अकोला और बेलगाम में सरसंघचालक श्री कुप्.सी. सुदर्शन का प्रवास
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

अकोला और बेलगाम में सरसंघचालक श्री कुप्.सी. सुदर्शन का प्रवास

by
Mar 12, 2006, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 12 Mar 2006 00:00:00

खतरे में खेतीगोवंश आधारित कृषि से बदलेगा भारत का भविष्य”देश के किसान परंपरागत कृषि को बचाने के लिए आगे आएं, गोवंश का संरक्षण करें। गोवंश आधारित जैविक खेती और धर्म के आधार पर ही भविष्य का भारत वैभव-सम्पन्न और समृद्ध होगा।” यह कहना था रा.स्व.संघ के सरसंघचालक श्री कुप्.सी. सुदर्शन का। श्री सुदर्शन गत दिनों अकोला में ग्रामीण गोवंश प्रमुखों के प्रशिक्षण वर्ग को सम्बोधित कर रहे थे। वर्ग का आयोजन आदर्श गोसेवा एवं अनुसंधान प्रकल्प, अकोला (महाराष्ट्र) द्वारा किया गया था। श्री सुदर्शन ने कहा कि रासायनिक खाद के अत्यधिक प्रयोग ने हमारे खेतों की उत्पादन क्षमता को नष्ट कर दिया है, हमारी खेती आज खतरे में है। कृषि पर लागत मूल्य बढ़ गया है, इसमें लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है, किसान इसके लिए कर्ज लेता है और ऋण न चुका पाने पर अंतत: वह आत्महत्या की ओर बढ़ जाता है।श्री सुदर्शन ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों के विरोध का आह्वान किया और कहा कि वे हमारी खेती पर नजरें गड़ाए बैठे हैं। उनके कारण हमारी खेती महंगी हो गई है। बहुराष्ट्रीय कंपनियां अब खेती को अपनी आय बढ़ाने के लिए उपयोग करने में जुटी हैं, ऐसी परिस्थिति में कृषकों को स्वावलंबन की ओर बढ़ना होगा। जैविक खेती, गोवंश तथा परंपरागत तकनीकी का खेती में प्रयोग करने से किसान बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मायाजाल से स्वयं को बचा सकते हैं। श्री सुदर्शन ने किसानों की आत्महत्या के लिए सरकार की किसान विरोधी नीतियों को भी दोषी ठहराया।इस अवसर पर राष्ट्रीय पशु आनुवांशिक संसाधन के प्रमुख वैज्ञानिक डा. देवेन्द्र कुमार सदाना ने कहा कि हमारी परंपरा हमें गाय को माता मानना सिखाती है। विज्ञान अब गाय के दूध, गोमूत्र और गोबर के महत्व को समझने लगा है। गोदुग्ध और गोमूत्र दोनों कीटाणुनाशक और जीवाणु प्रतिरोधी हैं। गोमूत्र का उपयोग औषधि के रूप में सिद्ध है। देसी गाय का संरक्षण और संवर्धन समय की मांग है।विश्व हिन्दू परिषद् के संयुक्त मंत्री श्री हुकुमचंद सांवला ने कहा कि गोसेवा और गोसंरक्षण से भारत का भाग्य बदल जाएगा। इस अवसर पर सुप्रसिद्ध रामायणाचार्य संजय महाराज पाचपोर ने कहा कि गोहत्या रोकने के लिए प्रयास किए जाने की जरूरत है। विश्व हिन्दू परिषद् के केन्द्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्य श्री दायमा महाराज ने कहा कि गाय को राष्ट्रीय प्राणी घोषित किया जाना चाहिए।छूत-अछूत का भाव मिटाएंउधर बेलगाम (कर्नाटक) में समरसता भवन का भूमि पूजन करने के उपरांत आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए श्री सुदर्शन ने कहा कि समाज में सर्वत्र समरसता फैले, ऊंच-नीच, छूत-अछूत आदि भावनाएं मिटें, इस उद्देश्य को ध्यान में रखकर ही श्रीगुरुजी ने विश्व हिन्दू परिषद् की स्थापना करायी थी। 1969 में उड़ुपी में कर्नाटक प्रान्त के धर्म सम्मेलन में सभी धर्माचार्यों ने समरस समाज निर्माण करने के लिए ही “हिन्दव: सोदरा: सर्वे, न हिन्दू पतितो भवेत” की उद्घोषणा की। गत 13 नवम्बर को बेलगाम में विश्व हिन्दू परिषद् द्वारा निर्मित किए जाने वाले “समरसता भवन” के भूमि पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। श्री सुदर्शन ने बताया कि विश्व हिन्दू परिषद् की स्थापना का विचार श्रीगुरुजी के मन में बेलगाम प्रवास के दौरान ही आया था। श्री सुदर्शन ने आशा व्यक्त की कि समरसता-भवन हिन्दू समाज में समरसता लाने का महत्वपूर्ण केन्द्र बनेगा। इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद् के जिलाध्यक्ष श्री एस.एम. कुलकर्णी ने भवन निर्माण के लिए भूमि प्रदान करने वाले जन कल्याण न्यास के न्यासियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में श्री शशिकांत नाइक, श्री सुरेश अंगड़ी, श्री अभय पाटिल, श्री बाबू राव देसाई, डा. जी.एच. नरगेल, श्री मनोहर चौगुले सहित अनेक गण्यमान्यजन उपस्थित थे। प्रतिनिधि23

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

fenugreek water benefits

सुबह खाली पेट मेथी का पानी पीने से दूर रहती हैं ये बीमारियां

Pakistan UNSC Open debate

पाकिस्तान की UNSC में खुली बहस: कश्मीर से दूरी, भारत की कूटनीतिक जीत

Karnataka Sanatan Dharma Russian women

सनातन धर्म की खोज: रूसी महिला की कर्नाटक की गुफा में भगवान रूद्र के साथ जिंदगी

Iran Issues image of nuclear attack on Israel

इजरायल पर परमाणु हमला! ईरानी सलाहकार ने शेयर की तस्वीर, मच गया हड़कंप

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

fenugreek water benefits

सुबह खाली पेट मेथी का पानी पीने से दूर रहती हैं ये बीमारियां

Pakistan UNSC Open debate

पाकिस्तान की UNSC में खुली बहस: कश्मीर से दूरी, भारत की कूटनीतिक जीत

Karnataka Sanatan Dharma Russian women

सनातन धर्म की खोज: रूसी महिला की कर्नाटक की गुफा में भगवान रूद्र के साथ जिंदगी

Iran Issues image of nuclear attack on Israel

इजरायल पर परमाणु हमला! ईरानी सलाहकार ने शेयर की तस्वीर, मच गया हड़कंप

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies