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जन सहयोग से करेंगे चुनौतियों का सामना
गत 18 नवम्बर को नई दिल्ली में डा. मुखर्जी स्मृति न्यास द्वारा प्रकाशित कमल संदेश पत्रिका के विशेषांक “समाधान” का पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने लोकार्पण किया। इस अवसर पर भाजपा अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता श्री लालकृष्ण आडवाणी विशेष रूप से उपस्थित थे। अध्यक्षता न्यास के अध्यक्ष श्री वेंकैया नायडू ने की।
इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा कि इस समय देश की परिस्थिति किसी से छिपी नहीं है इसलिए चुनौतियों के समाधान का रास्ता निकालकर उस पर दृढ़ता के साथ चलने की आवश्यकता है। रास्ते भी वैसे हों जो लोगों को अपने साथ जोड़ सकें। जन सहयोग से हम समस्याओं का समाधान करें। श्री वाजपेयी ने कहा कि कभी-कभी लगता है कि देश में निष्क्रियता का वातावरण है। अगर सक्रियता है भी तो वह लक्ष्य से हटकर है, इसलिए उद्देश्य को सामने रखकर हम लोग सक्रिय हों।
इस अवसर पर श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राजनीति समाधानपरक होनी चाहिए पर अब यह समस्यापरक होती जा रही है। उन्होंने संप्रग सरकार पर आरोप लगाया कि यह सरकार राष्ट्रीय स्वाभिमान की रक्षा नहीं कर रही है। 20 नवम्बर, 1962 को भारत ने पराजय के बाद चीन के साथ एक शर्मनाक समझौता किया था। इसलिए 20 नवम्बर समस्त भारतीयों के लिए शर्म का दिन है। अच्छा होता चीन के राष्ट्रपति 20 नवम्बर से पहले या उसके बाद भारत आते। श्री सिंह ने कहा कि सच्चर समिति योजनाबद्ध तरीके से अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। उन्होंने कहा कि यदि मजहब के आधार पर आरक्षण देने की कोशिश की गई तो भाजपा उसका पुरजोर विरोध करेगी। धन्यवाद ज्ञापन डा. मुखर्जी न्यास समिति के सचिव डा. रामकृपाल सिन्हा ने किया। समारोह में अनेक वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे। प्रतिनिधि
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