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श्रममंत्री का पुतला जलाया31 मई को जन्तर-मन्तर पर भी भारतीय मजदूर संघ ने प्रदर्शन कर केन्द्रीय श्रम मंत्री श्री के.चन्द्रशेखर राव का पुतला जलाया। वे अन्तरराष्ट्रीय श्रम सम्मेलन में भामसं के स्थान पर इंटक को प्रतिनिधित्व देने का विरोध कर रहे थे।गोहत्या के विरोध में धरना-प्रदर्शनजन्तर-मन्तर पर गोहत्या के विरुद्ध प्रदर्शन करते आर्य समाज के कार्यकर्ताछाया: पाञ्चजन्य / हेमराज गुप्तागत 31 मई को केन्द्रीय आर्य युवक परिषद् ने गोहत्या बंदी की मांग को लेकर जतंर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन आयोजित किया। प्रदर्शन में विश्व हिन्दू परिषद् के केन्द्रीय मंत्री व पूर्व सासंद श्री बैकुण्ठ लाल शर्मा “प्रेम” ने कहा कि महर्षि दयानन्द ने आर्य समाज के माध्यम से गोहत्या रोकने के लिए अनेक प्रयास किए थे, जो कारगर भी हुए। पर आज दिल्ली में जिस तरीके से गोहत्या हो रही है उससे हिन्दू समाज के सम्मान और धार्मिक आस्था को चोट पहुंच रही है। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार नवीन कुमार ने बताया कि पिछले दिनों उन्होंने एक समाचार चैनल पर दिल्ली में कसाइयों द्वारा काटी जा रही गायों की सचाई दिखाई तो दिल्ली सरकार ने गोहत्या रोकने की बजाय स्वयं मुझ पर मुकदमा चलाने की योजना बना डाली। साथ ही मुझे उपलब्ध सुरक्षा को भी हटा लिया गया। नवीन ने कहा कि दिल्ली में सरकार की मिलीभगत से प्रतिदिन 500 से 1000 गायों को काटा जा रहा है। धरने को आर्य युवक परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अनिल आर्य, शिवसेना के प्रदेश प्रमुख श्री जयभगवान गोयल, स्वामी जीवानन्द सरस्वती, आर्य पुरोहित सभा के प्रदेश अध्यक्ष आचार्य प्रेमपाल शास्त्री, डा. धर्मपाल, जैन सभा के श्री गोपाल जैन, वैदिक विद्वान आचार्य विरेन्द्र विक्रम ने भी सम्बोधित किया।प्रतिनिधिपानी के लिए मचा हाहाकारदिल्ली जल निगम के मुख्यालय “वरुणालय” पर प्रदर्शन का एक दृश्यदिल्ली में पानी के लिए मचे हाहाकार को लेकर गत 31 मई को भारतीय मजदूर संघ एवं स्वेदशी जागरण मंच-दिल्ली प्रदेश के कार्यकर्ताओं ने झण्डेवाला स्थित दिल्ली राज्य जल निगम के केन्द्रीय कार्यालय “वरुणालय” पर विशाल प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व स्वदेशी जागरण मंच के दिल्ली प्रदेश संयोजक डा. अश्विनी महाजन तथा भारतीय मजदूर संघ के संबद्ध दिल्ली जल बोर्ड कर्मचारी संघ के अध्यक्ष चौधरी जिले सिंह कर रहे थे। प्रदर्शन में वक्ताओं ने दिल्ली जल बोर्ड के निजीकरण की प्रक्रिया को तत्काल रोकने की मांग के साथ दिल्ली सरकार पर विदेशी कम्पनियों के दबाव में काम करने का आरोप लगाया। भारतीय मजदूर संघ ने उन शर्तों के खुलासे की मांग भी की जिसके द्वारा सोनिया बिहार जल संयंत्र का प्रबंधन एक विदेशी कम्पनी “सुएज” को सौंपने का निर्णय किया गया है।प्रतिनिधिNEWS
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