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सत्ता से भटकाव आता है-आचार्य विष्णुकांत शास्त्री, पूर्व राज्यपाल, उत्तर प्रदेशगोष्ठी में विचार व्यक्त करते हुए आचार्य विष्णुकांत शास्त्री। चित्र में अन्य गण्यमान्यजन हैं(बाएं से) श्री जुगल किशोर जैथलिया, डा. महेश चंद्र शर्मा व श्री विमल लाठगत 5 व 6 मार्च को कोलकाता में बड़ाबाजार पुस्तकालय के तत्वावधान में एक विचार और गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी में हिन्दुत्व, राष्ट्रवादी विचार, राजनीति के विभिन्न पक्षों सहित भ्रष्टाचार और समाज जैसे अनेक विषयों पर गहन चर्चा हुई।गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल व प्रखर विचारक आचार्य विष्णुकांत शास्त्री ने कहा कि सभी समस्याएं कहीं न कहीं मनुष्य के कारण ही पैदा होती हैं। ऐसे में राह का चयन आसान नहीं होता है। मनुष्य ही सत्ता में आने के बाद अपनी प्रामाणिकता से डिगते दिखाई देते हैं। सत्ता से भटकाव आता है। राज्यसभा के पूर्व सांसद डा. महेश चद्र शर्मा ने कहा कि समाज में संस्कारित लोगों की कमी का दुष्प्रभाव सत्ता में बैठे लोगों पर भी पड़ता है। दो दिन अलग-अलग सत्रों में देशभर से आए अनेक चिंतकों और समाजकर्मियों ने अपने विचार रखे। गोष्ठी का संचालन सुप्रसिद्ध समाजसेवी श्री विमल लाठ ने किया।वासुदेव पालNEWS
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