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–डा. रवीन्द्र अग्रवालसूखे ने किसान की कमर तोड़ दी। सूखे के कारण 1.52 करोड़ एकड़ खेती योग्य जमीन पर खेती नहीं की जा सकी। यही नहीं, जिन किसानों ने किसी प्रकार बुवाई की भी, उन्हें भी कम पापड़ नहीं बेलने पड़े। राजस्थान में तो सूखे के कारण पशु-चारे का भी अभाव हो ग
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