तालिबान की राह चला पाकिस्तान
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

तालिबान की राह चला पाकिस्तान

by
Jun 7, 2003, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 07 Jun 2003 00:00:00

द रवि शंकर

परवेज मुशर्रफ एक बार फिर संकटों के घेरे में हैं। पाकिस्तान में कट्टरपंथी इस्लामी शक्तियों का सक्रिय होना मुशर्रफ के लिए चिंता का कारण बनता जा रहा है। तालिबानों के विरुद्ध अमरीका का साथ देने के कारण पहले से ही मुशर्रफ कट्टरपंथियों के निशाने पर थे। इधर अफगानिस्तान की सीमा से सटे पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर सीमा प्रांत में इस्लामी कट्टरपंथियों ने शरिअत कानून लागू कर दिया है। प्रांत में इस समय छह मजहबी गुटों के राजनीतिक संगठन मुत्ताहिदा मजलिस-ए-अमाल (एम.एम.ए.) की सरकार है। उसने गत 2 जून को शरिअत कानून लागू करने का प्रस्ताव पारित कर दिया। तालिबानी कानून के समान ही वहां भी अब विद्यालयों में कुरान की भाषा अरबी पढ़ानी जरूरी होगी। पुरुषों के लिए खास प्रकार की दाढ़ी रखना तथा 12 वर्ष से अधिक उम्र की लड़कियों को बुर्का पहनना अनिवार्य होगा और वे बिना किसी पुरुष को साथ लिए अकेली घर से बाहर नहीं निकल सकेंगी। इस प्रस्ताव के पारित होने के बाद हस्बा नामक एक अलग विभाग बनाने के लिए भी प्रस्ताव पेश किया गया है। हस्बा विभाग अफगानिस्तान में बनाए गए तालिबानी पुलिस की तर्ज पर बनाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि एम.एम.ए के गुटों में दो गुट स्पष्ट रूप से तालिबानों के समर्थक हैं। इससे पूर्व एम.एम.ए. सरकार ने सभी प्रशासनिक अधिकारियों को आदेश दिया कि वे रोज पांचों वक्त की नमाज अदा करें और उस समय सभी सरकारी कामकाज बंद रखे जाएं। साथ ही संगीत और वीडियो कैसेटों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहां अब कोई पुरुष चिकित्सक महिला रोगी की जांच नहीं कर सकता। महिला खिलाड़ियों हेतु पुरुष प्रशिक्षक और उनकी खबरें लेने हेतु पुरुष पत्रकारों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। प्रांतीय अधिकारियों ने कहा है कि पुलिस और न्यायिक अधिकारियों को शरिअत को सम्मान देना होगा। इस प्रकार पश्चिमोत्तर सीमा प्रांत कट्टर इस्लामी कानून को लागू करने वाला पाकिस्तान का पहला प्रांत बन गया है। इसके साथ ही पूरे प्रांत में कट्टरवादियों की हरकतें भी प्रारंभ हो गई हैं। संगीत के कैसेट बेचने वालों की दुकानें तोड़ी जा रही हैं। बिना बुर्का पहने महिला माडलों के विज्ञापनों पर कालिख पोती जा रही है। पोस्टर फाड़े जा रहे हैं। हालांकि परवेज मुशर्रफ ने इसे तालिबानीकरण कहते हुए शरिअत कानून लागू करने की आलोचना की है। परंतु एम.एम.ए. के नेताओं को इसकी परवाह नहीं है। एम.एम.ए. के महासचिव मौलाना फजलुर्रहमान ने कहा है कि वे किसी भी धमकी का सामना करने के लिए तैयार हैं। वहीं जमात-ए-इस्लामी के नेता अमीर काजी हुसैन अहमद ने कहा है कि मुशर्रफ द्वारा शरिअत कानून की आलोचना करना प्रांतों की स्वतंत्रता पर हमला है। सभी प्रांत संवैधानिक दायरे में अपने यहां कानून बनाने के लिए स्वतंत्र हैं। मुशर्रफ का यह कहना कि जमात तालिबानी इस्लाम चाहती है, इस्लाम का अपमान है। इसके उत्तर में मुशर्रफ प्रांत की विधानसभा को भंग कर सकते हैं लेकिन इससे उनकी मुसीबतें कम होने की बजाय बढ़ेंगी ही। उल्लेखनीय है कि मुल्लाओं के देशव्यापी गठबंधन ने मुशर्रफ के राष्ट्रपति और सैन्य अधिकारी दोनों बने रहने की सीधी आलोचना की है। हालांकि उन्होंने कहा है कि यदि मुशर्रफ शरिअत का कानून लागू करते हैं तो वे यह मांग छोड़ भी सकते हैं। एक मजहबी नेता चौधरी शुजात हुसैन ने कहा है कि यदि मुशर्रफ इस्लामीकरण के 17 सूत्री कार्यक्रम को लागू करते हैं तो एम.एम.ए. एक निश्चित अवधि के लिए उनका राष्ट्रपति और सेना प्रमुख दोनों पदों पर बने रहना स्वीकार कर सकती है। एम.एम.ए. ने धमकी दी है कि यदि मुशर्रफ इसके विपरीत प्रांत द्वारा लागू शरिअत कानून को समाप्त करने का प्रयास करते हैं तो पाकिस्तानी संसद में से उसके 68 सदस्य इस्तीफा दे देंगे। हालांकि इसका कोई सीधा असर मुशर्रफ पर नहीं पड़ेगा लेकिन बड़ी कठिनाई से बनी नवनिर्वाचित पाकिस्तानी सरकार को इससे खतरा पैदा हो सकता है और यदि यह सरकार गिरती है तो मुशर्रफ की स्थिति खराब हो जाएगी।

पाकिस्तानी समाचारपत्र बलूचिस्तान पोस्ट के अनुसार पश्चिमोत्तर सीमा प्रांत के बाद इस्लामी कट्टरवादियों की नजरें पंजाब और बलूचिस्तान पर टिकी हैं। सूत्रों के अनुसार पंजाब के एक शहर मुल्तान में भी ये लोग महिलाओं को दिखाने वाले विज्ञापनों पर कट्टरवादी कालिख पोत रहे हैं। गत दिनों जमात-ए-इस्लामी की युवा शाखा शबाब-इ-मिल्ली के लगभग 200 सदस्य मुल्तान में पोस्टरों को फाड़ते रहे तथा चित्रों पर कालिख पोतते रहे और पुलिस मूकदर्शक बनी रही।

इस्लामी कट्टरवादियों की सक्रियता केवल पाकिस्तान में बढ़ रही हो, ऐसी बात नहीं है। गत दिनों कुवैत के सबसे बड़े इस्लामी गुट इस्लामिक कांस्टीट्यूशनल मूवमेंट (आइ.सी.एम.) ने कुवैत में शरिअत के अनुसार नए कानून बनाने की मांग की है। गत 7 जून को इसके लिए एक आंदोलन शुरू करते हुए 15 उम्मीदवारों की सूची जारी की गई जो कुवैत की 50 सदस्यीय राष्ट्रीय संसद के लिए होने वाले 5 जुलाई के चुनावों में भाग लेंगे। उनकी प्रमुख मांग कुवैती कानून को इस्लामी कानून में बदलने की है। आइ.सी.एम. के घोषणापत्र में देश के सभी विद्यालयों के पाठ्यक्रम को भी इस्लाम के अनुसार बनाने की मांग की गई है।

19

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ड्रोन हमले

पाकिस्तान ने किया सेना के आयुध भण्डार पर हमले का प्रयास, सेना ने किया नाकाम

रोहिंग्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद अब कुछ शेष नहीं: भारत इन्‍हें जल्‍द बाहर निकाले

Pahalgam terror attack

सांबा में पाकिस्तानी घुसपैठ की कोशिश नाकाम, बीएसएफ ने 7 आतंकियों को मार गिराया

S-400 Sudarshan Chakra

S-400: दुश्मनों से निपटने के लिए भारत का सुदर्शन चक्र ही काफी! एक बार में छोड़ता है 72 मिसाइल, पाक हुआ दंग

भारत में सिर्फ भारतीयों को रहने का अधिकार, रोहिंग्या मुसलमान वापस जाएं- सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला

शहबाज शरीफ

भारत से तनाव के बीच बुरी तरह फंसा पाकिस्तान, दो दिन में ही दुनिया के सामने फैलाया भीख का कटोरा

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ड्रोन हमले

पाकिस्तान ने किया सेना के आयुध भण्डार पर हमले का प्रयास, सेना ने किया नाकाम

रोहिंग्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद अब कुछ शेष नहीं: भारत इन्‍हें जल्‍द बाहर निकाले

Pahalgam terror attack

सांबा में पाकिस्तानी घुसपैठ की कोशिश नाकाम, बीएसएफ ने 7 आतंकियों को मार गिराया

S-400 Sudarshan Chakra

S-400: दुश्मनों से निपटने के लिए भारत का सुदर्शन चक्र ही काफी! एक बार में छोड़ता है 72 मिसाइल, पाक हुआ दंग

भारत में सिर्फ भारतीयों को रहने का अधिकार, रोहिंग्या मुसलमान वापस जाएं- सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला

शहबाज शरीफ

भारत से तनाव के बीच बुरी तरह फंसा पाकिस्तान, दो दिन में ही दुनिया के सामने फैलाया भीख का कटोरा

जनरल मुनीर को कथित तौर पर किसी अज्ञात स्थान पर रखा गया है

जिन्ना के देश का फौजी कमांडर ‘लापता’, उसे हिरासत में लेने की खबर ने मचाई अफरातफरी

बलूचिस्तान ने कर दिया स्वतंत्र होने का दावा, पाकिस्तान के उड़ गए तोते, अंतरिम सरकार की घोषणा जल्द

IIT खड़गपुर: छात्र की संदिग्ध हालात में मौत मामले में दर्ज होगी एफआईआर

प्रतीकात्मक तस्वीर

नैनीताल प्रशासन अतिक्रमणकारियों को फिर जारी करेगा नोटिस, दुष्कर्म मामले के चलते रोकी गई थी कार्रवाई

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies