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-वसुंधरा राजे सिंधिया, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
राजस्थान भाजपा की अध्यक्षा श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया लगभग 14 साल पहले राजस्थान से दिल्ली चली गई थीं। राज्य की राजनीति में उनका दखल सिर्फ इतना ही था कि वे लोकसभा में राजस्थान के झालावाड़ संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं। बदली हुई राजनीतिक परिस्थितियों में उन्हें राजस्थान भाजपा की कमान सौंपी गई है, साथ ही भाजपा ने राज्य की जनता से यह वादा भी किया है कि यदि उसने भाजपा को बहुमत सौंपा तो श्रीमती राजे ही भाजपा सरकार का नेतृत्व करेंगी। व्यवहारकुशल श्रीमती राजे के सामने बिखरी और सुस्त पड़ी भाजपा में स्फूर्ति लाकर उसे राज्य में सत्तारूढ़ कराने की चुनौती है। उनके नेतृत्व में पिछले दो माह से चल रही परिवर्तन यात्रा ने राज्य की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। इसी बहाने वे राज्य के दो सौ विधानसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं को एकजुट करने की कवायद में जुटी हैं। परिवर्तन यात्रा के दौरान उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंश यहां प्रस्तुत हैं-
थ् परिवर्तन यात्रा किसलिए है?
दृ राजस्थान के विकास की अवहेलना और अशोक गहलोत सरकार की विफलताओं को लेकर हम जनता के बीच जा रहे हैं।
थ् क्या इसे चुनावी तैयारी माना जाए?
दृ निश्चित ही इस परिवर्तन यात्रा का लाभ चुनावों में मिलेगा। जब इस परिवर्तन यात्रा के बारे में विचार किया जा रहा था तब यह तो अंदाजा था कि जनता कांग्रेस सरकार से नाराज है पर आम आदमी के मन में कांग्रेस शासन के खिलाफ इतनी नाराजगी होगी, यह अब सामने आ रहा है। परिवर्तन यात्रा के जरिए राज्य की जनता ने अशोक गहलोत के प्रति नाराजगी व्यक्त कर दी है। जनता यही चाहती है कि गहलोत सरकार जाए और यह जाएगी ही, इसमें कोई संदेह नहीं रह गया है।
थ् आप इतनी आ·श्वस्त कैसे हैं?
दृ इस यात्रा के दौरान जिस उत्साह से राज्य की जनता ने हमारा स्वागत किया है, विशेष रूप से महिलाओं ने परिवर्तन यात्रा के दौरान भागीदारी की है, उससे यह साफ है कि राज्य की जनता हमें गहलोत सरकार के विकल्प के रूप में देख रही है।
थ् आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी?
दृ मुद्दे तो इस परिवर्तन यात्रा के दौरान सामने आ रहे हैं। अकाल, राज्य के विकास में विफलता, बिजली, भ्रष्टाचार जैसे अनेक मुद्दे हैं जिन पर जनता इस सरकार से जवाब मांगेगी।
थ् पिछले चार सालों में राज्य में भाजपा भी क्यों सोयी रही?
दृ पहले जो हुआ हो, हुआ हो। लेकिन आज पूरी पार्टी एकजुट है। उसमें जबरदस्त उत्साह है। लोग कांग्रेस शासन से त्रस्त हैं, उन्हें इस शासन से मुक्ति दिलानी है।
थ् कहा जा रहा है कि आप अगली मुख्यमंत्री हैं?
दृ यह बहुत दूर की बात है। अभी तो पहली प्राथमिकता पार्टी को एकजुट रखकर राजस्थान से कांग्रेस को भगाना है।
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