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अमृत महोत्सव सम्पन्नप्रसिद्ध तीर्थनगरी पुरी (उड़ीसा) में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, उत्कल प्रांत का महाशिविर सम्पन्न हुआ। संघ स्थापना के 75 वर्ष व उत्कल प्रांत में संघ कार्य के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित इस महाशिविर को अमृत महोत्सव नाम दिया गया। 28 से 30 दिसम्बर, 2001 तक आयोजित इस महाशिविर में पूरे प्रांत से आए 17,547 गणवेशधारी स्वयंसेवक उपस्थित थे, जो कुल 3,013 स्थानों से आए थे। शिविर में स्वयंसेवकों के अलावा बड़ी संख्या में राजनीतिक क्षेत्र के प्रमुख व्यक्तियों ने भी भाग लिया।पुरी के गजपति राजा श्री दिव्य सिंह देव ने महाशिविर का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में रा.स्व. संघ के सरसंघचालक श्री कुप्.सी. सुदर्शन तथा सरकार्यवाह श्री मोहनराव भागवत उपस्थित थे। महाशिविर के दौरान श्री मोहनराव भागवत तथा अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख श्री सुरेश राव केतकर ने अलग-अलग दो बौद्धिक वर्गों को सम्बोधित किया। तीनों दिन शिविरार्थियों ने शारीरिक, घोष तथा पथ संचलन में उत्साहपूर्वक भाग लिया।30 दिसम्बर,2001 की सायंकाल अमृत महोत्सव का समापन सरसंघचालक श्री कुप्.सी.सुदर्शन के उद्बोधन से हुआ। इस अवसर पर श्री सुदर्शन ने उड़ीसा प्रान्त के वरिष्ठ संघ प्रचारकों का भी सम्मान किया। प्रथम प्रान्त प्रचारक श्री बाबूराव पालधीकर, श्री बाबूराव देशपाण्डे, वनवासियों की सेवा में जीवन अर्पित करने वाले संत स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती तथा प्रथम प्रांत संघचालक श्री भूपेन्द्र कुमार बसु को उन्होंने सम्मानित किया। द रुद्रनारायण पाणी18
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