पंजाब के सीमावर्ती जिले फिरोजपुर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बसे गांव का किसान लापता हो गया है। सीमा सुरक्षा बल की बीओपी राणा पोस्ट के पास फेंसिंग पर लगे गेट नंबर-223 पार किसान खेती करने के लिए गया था, जो लापता हो गया। किसान के पैरों के निशान खेत से पाकिस्तान की ओर जाते दिखे पर बाद में गायब हो गए।
पाकिस्तानी रेंजर्स पर आरोप
परिजनों का आरोप है कि उनके बेटे को पाकिस्तानी रेंजर्स उठाकर ले गए हैं। इस मामले में बीएसएफ ने पाक रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग की, उसमें पाक रेंजर्स ने कहा उनके पास किसान नहीं है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि किसान को जमीन निगल गई या आसमान खा गया।
नियमानुसार फेंसिंग पार जाते समय बीएसएफ किसानों का पहचान पत्र गेट पर जमा कर लेती है और वापस लौटने पर ही देती है। उक्त किसान फेंसिंग पार से लौटा नहीं है और पहचान पत्र बीएसएफ के पास ही है। इससे साफ जाहिर होता है कि पाक रेंजर्स किसान को उठाकर ले गए हैं।
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लापता किसान अमृतपाल सिंह के पिता जगराज सिंह वासी गांव खैरेकेउताड़ ने बताया कि उनके पास लगभग साढ़े आठ एकड़ जमीन है, जो बीओपी राणा पोस्ट और गेट नंबर-223 के अधीन, तारबंदी के भीतर स्थित है। वे पिछले दो दशकों से भी ज्यादा समय से इस जमीन पर खेती कर रहे हैं। 21 जून की दोपहर करीब 12 बजे उनका बेटा अमृतपाल सिंह खेत में काम करने गया था। बेटा पहचानपत्र जमा करा कर गेट पार खेतों में गया था। शाम को वहां से लौटा नहीं है।
बीएसएफ ने शुरू किया सर्च अभियान
बीएसएफ ने अमृतपाल की खोज के लिए फेंसिंग पार खेतों में लंबी सर्च चलाई लेकिन कोई सुराग नहीं लगा है। खेतों की मिट्टी में अमृतपाल के पैरों के निशान पाकिस्तान की ओर जाते दिखे हैं। घटना वाले दिन रात करीब 11 बजे तक बीएसएफ के कमांडेंट स्तर के अधिकारी पाकिस्तान रेंजर्स से संपर्क कर रहे थे, लेकिन ज्यादा देर होने के कारण संपर्क नहीं हो पाया। अगले दिन करीब शाम 4 बजे भारत-पाक अधिकारियों के बीच फ्लैग मीटिंग हुई। उसके बाद बीएसएफ ने परिवार को सूचित किया कि अमृतपाल पाकिस्तान गया है, पर पाक रेंजर्स के अनुसार उन्हें ऐसा कोई व्यक्ति नहीं मिला।
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