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गत 6 मार्च को नई दिल्ली के कॉस्टीट्यूशन क्लब में वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया की पहली किताब 'कूड़ा धन' का विमोचन हुआ। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में लोकसभा की अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, जहाजरानी और गंगा कायाकल्प मंत्री श्री नितिन गडकरी उपस्थित रहे। विमोचन अवसर पर श्रीमती महाजन ने कहा कि कोई भी चीज बेकार नहीं है, यह बात हमारी संस्कृति का हिस्सा रही है। दुर्भाग्य से हम अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से स्वच्छता की बात करके लोगों का ध्यान न केवल आकर्षित किया बल्कि देशवासियों को इस संवेदनशील मसले पर जागरूक करने का काम किया। लेखक ने 'कूड़ा धन' जैसी सकारात्मक किताब लिखकर पत्रकारों को भी दृष्टिकोण बदलने के लिए प्रेरित किया है। श्री नितिन गडकरी ने 'कूड़ा धन' को स्वच्छ भारत मिशन के लिए क्रांतिकारी किताब बताया। उन्होंने कहा कि कूड़े की इकोनॉमी 10 लाख करोड़ रुपये की हो सकती है। नई-नई खोजें, शोध और तकनीक का सहारा लेकर कूड़े को धन में बदला जा सकता है। उन्होंने बताया कि नागपुर नगर निगम पिछले 4 वर्ष से सीवर का पानी बेचकर 18 करोड़ रुपए रॉयल्टी कमा रहा है। अब सीवर के पानी से मीथेन गैस निकालकर उससे बायो सी.एन.जी. पैदा करने का काम शुरू किया जा रहा है। साथ ही गंगा किनारे उनका मंत्रालय 110 बायो डाइजेस्टर बना रहा है, जिसे सीवर के पानी से मीथेन निकालने में इस्तेमाल किया जाएगा। इसलिए लेखक ने इस विषय की गंभीरता को समझा और देश-दुनिया को कूड़े की कीमत समझाने की पहल की है। -प्रतिनिधि
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