वाराणसी से करीब 107 वर्ष पहले चोरी की गई मां अन्नपूर्णा की मूर्ति आज पुनः अपने मंदिर में स्थापित हो गई. आज सुबह साढ़े नौ बजे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मां अन्नपूर्णा की मूर्ति को स्थापित किया. इस बीच पूरा परिसर मां के जयकारे से गूंज उठा. मूर्ति स्थापना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा काशी विश्वनाथ के मंदिर में दर्शन किया.
ब्रिटिश काल में 107 वर्ष पहले काशी से मां अन्नपूर्णा की मूर्ति चोरी करके कनाडा ले जाई गई थी. भारत सरकार के प्रयास से मूर्ति को वापस लाया जाना संभव हो सका. गत 11 नवम्बर को मां अन्नपूर्णा की मूर्ति को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद को सौंपा गया था. इसके बाद पुनर्स्थापना यात्रा के माध्यम से मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा 18 जिलों में भक्तों को दर्शन देते हुए 14 नवम्बर को काशी पहुंची थी.
आज देवोत्थान एकादशी के विशेष अवसर पर श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नवीन परिसर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधि-विधान से प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा किया.
मां अन्नपूर्णा की मूर्ति अत्यंत प्राचीन है. विशेषज्ञों ने मूर्ति को अट्ठारहवीं सदी का बताया है. तीन सदी प्राचीन यह मूर्ति चुनार में पाए जाने वाले पत्थर से निर्मित है. कनाडा की आर्ट गैलरी में मां अन्नपूर्णा की मूर्ति को काफी संभाल कर रखा गया था. मूर्ति में मां अन्नपूर्णा अपने एक हाथ में खीर का कटोरा और दूसरे हाथ में चम्मच लिए हुए हैं. माना जाता है कि इस स्वरूप में मां अपने भक्तों को प्रसाद स्वरूप खीर दे रही हैं.
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