महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को तोड़ता दिख रहा है रिजवान
वीडियो में प्रतिमा तोड़ते हुए उन्मादी रिजवान 'या अली' बोलता सुनाई दे रहा है। उसे ऐसी हरकत करते देख दो लोग उसे पकड़ते हुए भी दिखाई दे रहे हैं
17 अगस्त 2021 को लाहौर, पाकिस्तान में एक मजहबी उन्मादी ने ‘शेर-ए-पंजाब’ महाराजा रणजीत सिंह प्रतिमा तोड़ी दी। इतना ही नहीं, इस हरकत का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। प्रतिमा को तोड़ने वाले रिजवान को पुलिस ने पकड़ लिया है।
इस घटना का वीडियो पत्रकार शिराज हसन ने ट्विटर पर डाला है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि रिजवान एकाएक आकर लाहौर किले के अंदर लगी लोहे के जंगले से सुरक्षित महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को तोड़ने लगा। उसके हावभाव से जाने क्यों आक्रोश झलक रहा है। रिजवान ने पूरी प्रतिमा जगह—जगह से तोड़कर गिरा दी। वीडियो में दो लोग उसे ऐसा करने पर पकड़ते दिख रहे हैं। इस हरकत को अंजाम देते हुए रिजवान ‘या अली-या अली’ भी बोले जा रहा था। बहरहाल, रिजवान को गिरफ्तार कर लिया गया है। नौ फुट ऊंची ठंडे कांसे से बनी इस प्रतिमा को 2019 में यहां लगाया गया था।
यह तीसरी बार है जब महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को किसी मजहबी उन्मादी ने तोड़ा है।अगस्त 2019 में भी उस वक्त यह प्रतिमा क्षतिग्रस्त की गई थी जब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया था। उसके विरोध में मजहबियों ने इस प्रतिमा पर गुस्सा उतारा था। तब इसके दोषी एक मौलाना को गिरफ्तार किया गया था। फिर 11 दिसंबर 2020 में भी महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया गया था।
यह तीसरी बार है जब महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को मजहबी उन्मादियों ने तोड़ा है। अगस्त 2019 में भी उस वक्त यह प्रतिमा क्षतिग्रस्त की गई थी जब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया था। उसके विरोध में मजहबियों ने इस प्रतिमा पर गुस्सा उतारा था। तब इसके दोषी एक मौलाना को गिरफ्तार किया गया था। फिर 11 दिसंबर 2020 में भी महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया गया था। तब भी उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था जिसने यह उपद्रवी हरकत की थी। पूछताछ करने पर उसने बताया था कि वह इस प्रतिमा से चिढ़ता था और जुनून में आकर उसने इसे तोड़ा था।
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