फोटो साभार: पुढारी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ऑनलाइन सट्टेबाजी के एक बड़े मामले में गूगल और मेटा को नोटिस भेजकर सबको चौंका दिया है। यह कार्रवाई अवैध सट्टेबाजी ऐप्स को बढ़ावा देने के आरोपों के चलते की गई है, जो मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला जैसे गंभीर अपराधों से जुड़े हैं। दोनों कंपनियों को 21 जुलाई 2025 को दिल्ली में ईडी मुख्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। यह पहली बार है जब भारत में इतनी बड़ी टेक कंपनियों को इस तरह के मामले में सीधे नोटिस जारी हुआ है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, ईडी का कहना है कि गूगल और मेटा ने अपने प्लेटफॉर्म्स पर इन अवैध सट्टेबाजी ऐप्स को बढ़ावा दिया। इन कंपनियों ने न सिर्फ इन ऐप्स के विज्ञापन चलाए, बल्कि इन्हें अपनी वेबसाइट्स और सर्च रिजल्ट्स में भी ऊपर दिखाया। इससे इन ऐप्स की पहुंच लाखों लोगों तक हो गई। इन ऐप्स के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला जैसी गैरकानूनी गतिविधियां हो रही थीं, जो देश की वित्तीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं। ईडी का मानना है कि इन टेक दिग्गजों की लापरवाही ने इन गतिविधियों को और हवा दी।
इसे भी पढ़ें: America द्वारा आतंकवादी गुट TRF के मुंह पर कालिख पोतना रास नहीं आ रहा जिन्ना के देश को, फिर कर रहा जिहादी का बचाव
यह जांच सिर्फ गूगल और मेटा तक सीमित नहीं है। ईडी ने पहले ही 29 मशहूर हस्तियों, जैसे बॉलीवुड सितारों और क्रिकेटरों को नोटिस भेजा है। इन पर भी इन अवैध ऐप्स को प्रमोट करने का आरोप है। हाल ही में तमन्ना भाटिया और रणबीर कपूर जैसे सितारों को महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। यह जांच अवैध सट्टेबाजी के पूरे नेटवर्क को उजागर करने की कोशिश है, जो अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाइयों में से एक है।
ऑनलाइन सट्टेबाजी भारत में एक गंभीर समस्या बन चुकी है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह उद्योग 100 अरब डॉलर से ज्यादा का है और तेजी से बढ़ रहा है। इन ऐप्स की वजह से कई लोग आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान हुए हैं। लोग आसानी से इनके जाल में फंस जाते हैं, जिससे उनकी जिंदगी बर्बाद हो रही है। ईडी की यह कार्रवाई न सिर्फ टेक कंपनियों को जवाबदेह ठहराने की कोशिश है, बल्कि लोगों को इस खतरे के प्रति जागरूक करने का भी एक प्रयास है।
21 जुलाई की पूछताछ से यह साफ होगा कि गूगल और मेटा ने इन ऐप्स को कितना बढ़ावा दिया। यह मामला टेक कंपनियों के लिए एक सबक हो सकता है कि वे अपने प्लेटफॉर्म पर विज्ञापनों और कंटेंट को लेकर ज्यादा सावधानी बरतें। साथ ही, यह भारत में अवैध सट्टेबाजी के खिलाफ चल रही जंग में एक बड़ा कदम है।
Leave a Comment