पंजाब । गोरक्षकों ने पंजाब में पठानकोट के रास्त कश्मीर भेजे जा रहे गोवंश को छुड़वाया है। छुड़वाए गए गोवंश की हालत अत्यंत दयनीय दिख रही है, भयंकर गर्मी में कंटेनरों में गायों को तूड़ी की तरह ठूंस-ठूंस कर भरा हुआ था और जगह इतनी कम थी कि गायों को सांस भी नहीं आरही थी। कंटेनर ऊपर से तिरपाल से ढके थे।
पंजाब के रूपनगर में गो रक्षा दल पंजाब की टीम ने तीन माल वाहक वाहनों में गोवंश की तस्करी के मामले का पर्दाफाश किया। ये गोवंश मेरठ, उत्तर प्रदेश से लाए जा रहे थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने एक बंद बाडी कंटेनर व दो कैंटर को जब्त कर लिया है। इनमें 32 गोवंश और चार बछड़ों को ठूंस-ठूंस कर भरा गया था। कंटेनर पर पीछे डाक पार्सल लिखा है।
पुलिस ने पांच चालकों व सहायकों को गिरफ्तार कर इनके खिलाफ पशु क्रूरता निवारण एक्ट और काउ स्लाटर एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है गो रक्षा दल ने पुलिस के साथ वीरवार रात पौने बारह बजे इन मालवाहनों को रुकवाया तो इनमें गोवंश ठूंस-ठूंसकर भरे थे। कंटेनर में 13 गाये व दो बछड़े तथा दो कैंटरों में से एक में आठ गायें व दो बछड़े और दूसरे में सात गायें थीं। इन वाहनों में सांस लेने की भी व्यवस्था नहीं थी, न ही पीने के लिए पानी या खाने के लिए तूड़ी का प्रबंध था। कंटेनर में गोवंश को तिरपालों से ढंका गया था।
इससे स्पष्ट है कि गोवंशों को बूचडख़ाने ले जाने की योजना थी। इन वाहनों पर एचआर 58 नंबर अंकित है। पकड़े गए आरोपित उत्तर प्रदेश के जिला शामली के रहने वाले हैं। इनमें गांव जीआना का नदीम, गांव किराना का महबूब, गांव बनत का मोहसीन, जान मोहम्मद और इरशाद शामिल हैं। सभी गोवंशों को रूपनगर के गोशाला में रखा गया है।
गो रक्षा दल के पंजाब के प्रधान निकसन कुमार ने बताया कि गोवंशों को बूचडख़ाने ले जाने के लिए पठानकोट और श्रीनगर लेकर जाना था। गोवंश की तस्करी का साजिशकर्ता बंटी पठानकोट जिले के सुजानपुर का निवासी है, जो लंबे समय से इस अवैध व्यापार में संलिप्त है।
गो रक्षा दल के पंजाब के प्रधान निकसन कुमार ने बताया कि गोवंशों को बूचडख़ाने ले जाने के लिए पठानकोट और श्रीनगर लेकर जाना था। गोवंश की तस्करी का साजिशकर्ता बंटी पठानकोट जिले के सुजानपुर का निवासी है, जो लंबे समय से इस अवैध व्यापार में संलिप्त है। इससे पहले भी बंटी को खन्ना पुलिस ने गोवंश से भरे ट्रक के साथ पकड़ा था, लेकिन तब मामला रफादफा हो गया था। रूपनगर सिटी के एसएचओ पवन चौधरी ने कहा कि बंटी की भूमिका की जांच की जाएगी और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञात रहे कि पंजाब में गोवंश सरकारी लापरवाही का शिकार है, राज्य में सरकार करोड़ों रुपये गोकर के रूप में वसूलती है परंतु इसके बावजूद गोवंश सडक़ों पर भटकने को मजबूर है, जो आसानी से कसाईयों के शिकार हो जाते हैं।
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