आंध्र प्रदेश

सेलेक्टिव सेक्युलरिज्म पर भड़के पवन कल्याण, पूछा-सनातन धर्म के अपमान पर TMC नेताओं पर कब एक्शन लेगी WB पुलिस

आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी पर ममता सरकार की आलोचना की। कोलकाता पुलिस पर सेलेक्टिव सेक्युलरिज्म का आरोप लगाते हुए टीएमसी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई न होने पर सवाल उठाए।

Published by
Kuldeep Singh

सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और कानून की छात्रा शर्मिष्ठा पानोली को कोलकाता पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने ममता सरकार पर जोरदार हमला किया है। उन्होंने कोलकाता पुलिस के सेलेक्टिव सेक्युलरिज्म पर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि शर्मिष्ठा के पोस्ट पर इतनी तेज कार्रवाई की, लेकिन सनातन धर्म का मजाक उड़ाने वाले टीएमसी नेताओं के खिलाफ ये पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं करती है।

शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कल्याण की जनसेना पार्टी ने पश्चिम बंगाल पुलिस से न्यायोचित कार्रवाई करने की मांग की है। इस गिरफ्तारी को लेकर उन्होंने एक्स पोस्ट के जरिए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कानून की छात्रा शर्मिष्ठा ने सोशल मीडिया पर अपने विचार रखे। उनके शब्दों से कुछ लोगों को कष्ट पहुंचा। इस बात का आभास शर्मिष्ठा को भी हुआ और उन्होंने अपनी गलती को मानते हुए अपनी पोस्ट को डिलीट कर माफी भी मांग ली। बावजूद इसके पश्चिम बंगाल की पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

लेकिन, टीएमसी के चुने हुए नेता और सांसद सनातन धर्म का मजाक उड़ाते हैं तो लाखों लोगों को होने वाले गहरे दर्द का क्या? जब हमारे धर्म को गंदा कहा जाता है तो आक्रोश कहां? पवन कल्याण ने सवाल किया कि उनकी (टीएमसी नेताओं) माफी कहां है? उन्हें कब गिरफ्तार करेगी ये पुलिस?

सेक्युलरिज्म हमेशा दो तरफा होना चाहिए

इसके साथ ही आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम ने सेक्युलरिज्म के नाम पर सियासत करने वाली टीएमसी आईना दिखाते हुए कहा कि सेक्युलरिज्म किसी के लिए तलवार और किसी के लिए ढाल नहीं है। ये हमेशा दो तरफा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल पुलिस ये देश देख रहा है। सभी के लिए न्यायपूर्ण कार्य करें।

क्या है पूरा मामला

गौरतलब है कि लॉ स्टूडेंट शर्मिष्ठा ने ऑपरेशन सिंदूर पर पोस्ट किया था। इसके बाद 14 मई को वजाहत खान नाम के मुस्लिम व्यक्ति ने कोलकाता पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई। एआईएमआईएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान ने आरोप लगाया था कि शर्मिष्ठा ने इस्लाम का अपमान किया और सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने की कोशिश की। इसके बाद तुरंत एक्शन लेते हुए कोलकाता पुलिस गुपचुप तरीके से गुरुग्राम पहुंची औऱ वहां से शर्मिष्ठा को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल वह 13 जून तक की न्यायिक हिरासत में हैं।

Share
Leave a Comment