#ऑपरेशन सिंदूर : हम भांप रहे हैं, वो कांप रहे हैं

राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की पंक्तियां- ‘क्षमा शोभती उस भुजंग को, जिसके पास गरल हो; उसको क्या जो दंतहीन, विषरहित विनीत, सरल हो’ इस समय ये पंक्तियां भारत की नीति पर अक्षरशः खरी उतरती हैं। भारत ने निर्णायक सैन्य बढ़त और अपने लक्ष्यों की पूर्ण प्राप्ति के बाद ही संघर्षविराम स्वीकार किया और यह स्पष्ट … Continue reading #ऑपरेशन सिंदूर : हम भांप रहे हैं, वो कांप रहे हैं