देहरादून: यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में अभी तक बद्री केदार धामों का उल्लेख नहीं मिलता, उत्तराखंड सरकार ने विश्व हेरिटेज साइट पर देव स्थलों को शामिल कराए जाने के लिए कैबिनेट की मंजूरी प्रदान कर दी है। उत्तराखंड में पंच बद्री जिनमें श्रीबद्रीधाम, आदि बद्री, वृद्ध बद्री, योग बद्री और भविष्य बद्री तीर्थ स्थल सदियों पुराने हैं, इसी तरह पंच केदार जिनमें श्री केदारनाथ धाम, तुंगनाथ, रुद्रनाथ, मध्यमेंश्वर महादेव और कल्पेश्वर महादेव तीर्थ स्थल है जहां हर साल लाखों तीर्थ यात्री आते हैं।
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इन सभी मंदिरों के पौराणिक महत्व को देखते हुए राज्य सरकार ने इन्हें यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल किए जाने को कैबिनेट स्वीकृति दे दी है। पर्यटन तीर्थाटन विभाग ने मुंबई की ए एन एल एसोसिएट्स को इस कार्य यूनेस्को की गाइड लाइंस के अनुरूप पूरा करने के लिए अनुबंध किया है।
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राज्य सरकार इस आशय की औपचारिकताएं पूर्ण करने के बाद केंद्र सरकार को भेजेगी। भारत सरकार द्वारा इसे यूनेस्को भेजा जाएगा।
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अभी तक यूनेस्को की हेरिटेज साइट पर दक्षिण भारत के मंदिर, ताजमहल जैसे भवन तो दिखाई देते है, लेकिन देव भूमि के देवालय नहीं दिखते। यूनेस्को की सूची में आ जाने के बाद पंच केदार, पंच बद्री देवालय भी दुनियाभर के तीर्थाटन पर्यटन के केंद्र में आ जाएंगे।
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