नई दिल्ली। चंद्रमा पर विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग के साथ ही ऐसा करने वाला भारत चौथा देश बन गया है। इससे पहले अमेरिका, रूस और चीन के पास यह उपलब्धि हासिल थी। वहीं, इस ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ ही भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास जाने वाला पहला देश बन गया है। चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर ने दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग की है।
बुधवार को सॉफ्ट लैंडिंग के बाद चंद्रयान-3 मिशन के परियोजना निदेशक पी. वीरमुथुवेल ने कहा कि हम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास जाने वाले पहले देश बन गए हैं। उन्होंने इस मौके पर इस मिशन को सफल बनाने के लिए सभी वैज्ञानिकों का आभार व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री ने टेलीफोन कर दी इसरो प्रमुख एस सोमनाथ को बधाई
प्रधानमंत्री ने टेलीफोन कर दी इसरो प्रमुख एस सोमनाथ को बधाई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चन्द्रयान-3 के सफलतापूर्वक चांद पर उतरने के बाद इसरो प्रमुख डॉ एस सोमनाथ को टेलीफोन कर व्यक्तिगत तौर पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि जल्द ही वह व्यक्तिगत तौर पर मिलकर उनको और उनकी टीम को बधाई देंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी उनकी बातचीत का एक वीडियो जारी किया गया है। प्रधानमंत्री वर्तमान में दक्षिण अफ्रीका में है और ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं। उन्होंने टेलीफोन कर इसरो प्रमुख को कहा कि उनका नाम चंद्र से जुड़ा हुआ है, इसलिए आज उनके परिवारजन भी बहुत आनंदित होंगे। उनकी तरफ से आपको, आपकी पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई।
गृहमंत्री ने वैज्ञानिकों को दी बधाई
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने चन्द्रयान-3 की सफलता पर मिशन में लगे वैज्ञानिकों सहित देशवासियों को बधाई दी है। शाह ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि इस मिशन को ऐतिहासिक सफलता दिलाने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों को वह बधाई देते हैं। यह ऐतिहासिक उपलब्धि न केवल भारतीय प्रतिभा की शक्ति का प्रमाण है बल्कि यह अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक वैश्विक लीडर के रूप में उभरने के लिए अमृत काल के माध्यम से भारत की यात्रा की शुरुआत भी करती है। शाह ने कहा कि चन्द्रयान-3 मिशन की सफलता के साथ भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव को छूने वाला पहला देश बन गया है। यह नई अंतरिक्ष यात्रा भारत की खगोलीय महत्वाकांक्षाओं को नई ऊंचाइयों पर ले जाती है।
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