जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में पुलिस ने 2 आतंकियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है. इन आतंकियों के पास से बड़ी मात्रा में गोला-बारूद समेत 3 पिस्तौल, मैगजीन, 9 एमएम के 24 जिंदा कारतूस, 5 हैंड ग्रेनेड, फर्जी पुलिस आईडी कार्ड, स्वास्थ्य विभाग का फर्जी आईडी कार्ड भी बरामद किया गया है. पुलिस ने इन आतंकियों को पकड़कर बड़ी साजिश को नाकाम किया है. माना जा रहा है कि ये आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे.
नौशेरा सेक्टर से पकड़ा था फिदायीन आतंकी
सुरक्षा बलों ने इससे पहले नौशेरा सेक्टर से फिदायीन आतंकी को पकड़ा था. इन आतंकियों की की एलओसी पर सेना की अग्रिम चौकियों पर बड़े हमले की साजिश थी, जिसे सुरक्षा बलों नाकामयाब कर दिया. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई में कर्नल रैंक के अधिकारी यूसुफ चौधरी ने आतंकियों का फिदायीन दस्ता हमले के लिए भेजा था. इस दौरान फिदायीन तबारक हुसैन को हमले के लिए 30 हजार रुपये भी दिए गए थे. लेकिन तारबंदी काटने के दौरान तबारक को सतर्क जवानों ने फायरिंग कर घायल कर दिया. बाकी आतंकी दो आतंकी मौके से भाग निकले. दरअसल यह राज खुद राजौरी के सैन्य अस्पताल में उपचाराधीन आतंकी तबारक हुसैन ने पूछताछ में उगला है. खबरों के अनुसार नौशेरा के झंगड़ इलाके में बीती 21 अगस्त को तीन आतंकियों की हलचल देखी गई थी. इसी बीच आतंकी तबारक हुसैन तारबंदी के पास आकर तार काटने लगा. जवानों ने उसे चुनौती दी तो वह भागने लगा. इस दौरान फायरिंग में तबारक घायल होकर वहीं गिर गया, जबकि अन्य आतंकी भाग निकले. बता दें कि आतंकी तबारक को उसके भाई हारून अली के साथ 2016 में भी पकड़ा गया था, जिसे कुछ वर्ष जेल में रखने के बाद पाकिस्तान को लौटा दिया गया था. आतंकी तबारक लंबे समय से आतंकी गतिविधियों से जुड़ा रहा है. उसने बताया कि पाकिस्तानी सेना के मेजर रजाक ने उसे आतंकी बनने का प्रशिक्षण दिया था. साथी आतंकियों के साथ मैं मरने के लिए आया था लेकिन मेरे साथ धोखा हुआ. साथी मुझे छोड़कर चले गए और मैं यहां भारतीय फौज के हाथों पकड़ा गया. तबारक ने बताया कि पाकिस्तानी सेना आतंकियों की ट्रेनिंग के लिए कई कैंप चला रही है. उसने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद के आतंकियों के साथ छह माह की ट्रेनिंग ली है.
घुसपैठ की कोशिशों को किया नाकाम
सेना ने जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने की पाकिस्तान की नापाक कोशिश को नाकाम कर दिया है. सेना द्वारा राजौरी के नौशेरा सेक्टर में एलओसी पर 48 घंटों में आतंकियों द्वारा घुसपैठ की दो कोशिशों को सफलता पूर्वक नाकाम किया गया. सेना की 80 इन्फैंट्री ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर कपिल राणा ने कहा कि झांगर और लाम इलाकों में 21 और 22 अगस्त को घुसपैठ की लगातार दो कोशिशें की गई थीं. इसमें दो आतंकवादी मारे गए और गाइड को गिरफ्तार कर लिया गया. ब्रिगेडियर के मुताबिक इस गाइड को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा समूह का नेतृत्व करने का काम सौंपा गया था, ताकि सेना की चौकी पर हमला किया जा सके.
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