बाल चौपाल : प्रेरक प्रसंग
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यह घटना उन दिनों की है जब सुभाषचंद्र बोस स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे थे। जिस स्कूल में वह पढ़ते थे वहां भारतीय छात्र कम और अंग्र्रेज छात्र ज्यादा पढ़ते थे। अंग्र्रेज छात्र भारतीय छात्रों को प्राय: हीन भावना से देखते थे, वे अक्सर भारतीय छात्रों पर टिप्पणियां करते और जहां चाहे उन्हें पीट देते। एक बार स्कूल में इंटरवल के दौरान एक अंग्रेज छात्र ने भारतीय छात्रों पर अभ्रद टिप्पणी की। सुभाषचंद्र बोस भी वहां घूम रहे थे। उन्होंने अंग्रेज छात्र को ऐसा करने के लिए डांट दिया। इस अंग्रेज छात्र ने ताव में आकर सुभाष को थप्पड़ मार दिया। फिर क्या था ? सुभाषचंद्र बोस ने उस अंग्रेज छात्र की जमकर धुनाई की। यह देखकर सारे अंग्रेज छात्र घबरा गए। इसके बाद फिर किसी अंग्रेज छात्र की इतनी हिम्मत नहीं हुई कि वह भारतीय छात्रों को लेकर कोई टिप्पणी करे।
पहेलियां
1 पांच अक्षर का मेरा नाम, उल्टा सीधा एक समान
भारत की भाषा का नाम, कोई तो बताओ मेरा नाम
2 प हटे तो लगता है कोड़ा, नमक साथ में तीखा थोड़ा
खाने में यह सबको भाए, खाते ही सबका मन हरषाए.
3 एक राजा की अनोखी रानी, दुम के रस्ते पीती पानी.
4 नयी सदी का नया खिलौना, सब कोई चाहे इसको लेना
बिना तार के मैं जुड़ जाऊं, इससे उससे बात कराऊं.
5 चिडि़या नहीं लेकिन मैं, कितना ऊंचा उड़ती हूं
डोर मुझे दो देखो फिर, कितना ऊपर उठती हूं.
6 आदि कटे तो बनता हूं जल, मध्य कटे तो बनता हूं काल
अंत कटे तो करता हूं काज, बूझो बूझो मेरा नाम
1. मलयालम 2. पकौड़ा 3. दीपक 4. मोबाईल 5. पतंग 6. काजल
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