दिंनाक: 10 Jan 2000 00:00:00 |
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आतंकवादियों से वार्ता का कोई औचित्य नहींगत 10 सितम्बर को विश्व हिन्दू परिषद् के तत्वावधान में और धर्मयात्रा महासंघ द्वारा हिसार (हरियाणा) में अमरनाथ तीर्थयात्रियों व कांवड़ियों के सम्मान में एक समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में लगभग 1000 कांवड़ियों व 100 अमरनाथ तीर्थयात्रियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक डा. सुरेन्द्र जैन ने पिछले दिनों हुए अमरनाथ नरसंहार की तीव्र आलोचना करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंकवाद को देखते हुए आतंकवादी संगठनों से वार्ता का कोई औचित्य नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि बजरंग दल अगले वर्ष अमरनाथ तीर्थयात्रा के दौरान वहां पर व्यवस्था एवं सुरक्षा हेतु अपने कार्यकर्ताओं की 100 से अधिक टोलियां भेजेगा। डा. जैन ने यह भी स्पष्ट किया कि बजरंग दल इस्लाम या ईसाइयत का विरोधी नहीं है, अपितु हम समाज व राष्ट्रविरोधी शक्तियों का विरोध करते हैं। उन्होंने समारोह में उपस्थित कांवड़ियों से भी कांवड़-यात्रा व मेले के दौरान सद्भाव बनाए रखने का आह्वान किया।वि·श्व हिन्दू परिषद् के प्रदेश महामंत्री श्री कैलाश सिंहल ने गंगा में बढ़ते प्रदूषण के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि टिहरी बांध के निर्माण के बाद गंगा में 80 प्रतिशत बरसाती जल प्रवाहित होगा, जो गंगा जल की पवित्रता को नष्ट कर देगा। उन्होंने कहा कि टिहरी बांध के विरोध में आगामी 15 से 23 अक्तूबर तक धरने-प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे। — विजय शर्मा32
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